वाराणसी। गंगा तपस्वी स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद ने जिलाधिकारी के नाम पत्र लिख कर अस्पताल से मुक्त करने की इजाजत मांगी है। साथ ही प्रशासन से पूछा है कि बताया जाए कि मुझे गिरफ्तार किया गया है या नजरबंद ताकि जमानत के लिए न्यायिक प्रक्रिया अपनाई जा सके। स्वामी सानंद ने कबीरचौरा अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा. डीबी सिंह को यह पत्र सौंपा है। डा. सिंह ने पत्र के साथ उनकी मेडिकल रिपोर्ट डीएम को भेज दी है।
स्वामी सानंद ने जिलाधिकारी को संबोधित पत्र में लिखा है कि निर्जल तपस्या के दौरान 26 अप्रैल को प्रशासन ने शंकराचार्य घाट से उठाकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन यहां मूल बीमारी का उपचार नहीं हो रहा है। मुझे दिल की बीमारी है लिहाजा किसी अच्छे संस्थान में उपचार कराने की जरूरत है। इन सब पर ध्यान न देते हुए प्रशासन ने एक तरह से मुझे नजरबंद कर दिया है, मैं इससे मुक्ति चाहता हूं। पत्र में लिखा गया है कि मैं मुख से पेय पदार्थ ले रहा हूं इसीलिए सेहत की चिंता करने की जरूरत नहीं है। तपस्या के लिए अस्पताल उपयुक्त स्थल नहीं है इसीलिए मठ जाना चाहता हूं। अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक ने बताया कि स्वामी सानंद के पत्र के साथ जिलाधिकारी को भेजी गई मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि वे भोज्य पदार्थ ग्रहण करते रहें तो तबीयत ठीक रहेगी।
स्वामी सानंद अस्पताल से डिस्चार्ज होना चाहते हैं तो अच्छी बात है। अभी तक उनका ऐसा कोई पत्र मेरे पास नहीं पहुंचा है। पत्र मिलने पर स्वामी सानंद का चिकित्सीय परीक्षण कराया जाएगा। चिकित्सक यदि यह बताएंगे कि वे स्वस्थ हैं और अस्पताल में रखने की जरूरत नहीं है तो उन्हें डिस्चार्ज करने का आदेश दिया जाएगा। वह कैदी तो हैं नहीं -समीर वर्मा, जिलाधिकारी
नागनाथ ने आक्सीजन पाइप लगाई
वाराणसी। कबीरचौरा अस्पताल में भर्ती गंगा तपस्वी बाबा नागनाथ ने सोमवार को खुद ही आक्सीजन पाइप लगा ली। हालांकि इसकी उन्हें कोई जरूरत नहीं थी। चिकित्सक इसके लिए लगातार मना भी करते रहे, लेकिन वे नहीं माने। इसकी वजह उन्होंने सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी बताई। कहा कि मुझे अपने शरीर के बारे में बखूबी पता है। उधर, चिकित्सकाें ने उनके स्वास्थ्य की जांच की तो रक्तचाप और ब्लड शुगर लेवल सामान्य मिले। प्रमुख अधीक्षक डा. डीबी सिंह ने बताया कि बाबा नागनाथ को आक्सीजन की जरूरत नहीं है क्याेंकि जांच में सब कुछ सामान्य मिला है।