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वाराणसी। तीन महीने से वेतन ने मिलने से नाराज रोडवेज के काशी डिपो में संविदा पर कार्यरत चालक और परिचालक शुक्रवार की सुबह हड़ताल पर चले गए। करीब 50 सिटी बसें डिपो में खड़ी कर दी गईं और वहीं कर्मचारी घेरा बनाकर बैठ गए। कर्मियों की मांग थी कि जल्द से जल्द बकाए वेतन का भुगतान कराया जाए। साथ ही, महीने में कम से कम 22 दिन काम दिया जाए। अधिकारियों के आश्वासन पर करीब ढाई घंटे बाद हड़ताल खत्म हुई। वहीं एआरएम ने हड़ताल की जानकारी होने से इंकार किया है।
राज्य सड़क परिवहन निगम के काशी डिपो से चंदौली, चुनार, अहरौरा, अदलहाट आदि स्थानों के लिए रोजाना करीब 60 सिटी बसें संचालित होती हैं। इनमें अधिकतर बसों के चालक और परिचालक संविदाकर्मी हैं। शुक्रवार की सुबह करीब सात बजे संविदाकर्मी हड़ताल पर बैठ गए। करीब 50 बसें डिपो में खड़ी कर दी गईं। हड़ताली कर्मियों ने रोडवेज प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया। करीब साढ़े नौ बजे काशी डिपो केएआरएम डीसी अस्थाना के आश्वासन पर कर्मियों ने हड़ताल समाप्त की। इसके बाद बसों को रवाना किया गया। संविदा कर्मचारी यूनियन के क्षेत्रीय मंत्री उमेश वर्मा ने बताया कि मुख्यालय का आदेश है कि महीने में कम से कम 22 दिन संविदाकर्मियों को काम दिया जाए। स्थानीय रोडवेज अधिकारी ऐसा नहीं करते। एआरएम के आश्वासन पर हड़ताल स्थगित की गई है। उधर, एआरएम डीसी अस्थाना का कहना था कि रोडवेजकर्मी हड़ताल पर नहीं थे। रोज की तरह की कामकाज सुचारु रूप से चला।
वाराणसी। तीन महीने से वेतन ने मिलने से नाराज रोडवेज के काशी डिपो में संविदा पर कार्यरत चालक और परिचालक शुक्रवार की सुबह हड़ताल पर चले गए। करीब 50 सिटी बसें डिपो में खड़ी कर दी गईं और वहीं कर्मचारी घेरा बनाकर बैठ गए। कर्मियों की मांग थी कि जल्द से जल्द बकाए वेतन का भुगतान कराया जाए। साथ ही, महीने में कम से कम 22 दिन काम दिया जाए। अधिकारियों के आश्वासन पर करीब ढाई घंटे बाद हड़ताल खत्म हुई। वहीं एआरएम ने हड़ताल की जानकारी होने से इंकार किया है।
राज्य सड़क परिवहन निगम के काशी डिपो से चंदौली, चुनार, अहरौरा, अदलहाट आदि स्थानों के लिए रोजाना करीब 60 सिटी बसें संचालित होती हैं। इनमें अधिकतर बसों के चालक और परिचालक संविदाकर्मी हैं। शुक्रवार की सुबह करीब सात बजे संविदाकर्मी हड़ताल पर बैठ गए। करीब 50 बसें डिपो में खड़ी कर दी गईं। हड़ताली कर्मियों ने रोडवेज प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया। करीब साढ़े नौ बजे काशी डिपो केएआरएम डीसी अस्थाना के आश्वासन पर कर्मियों ने हड़ताल समाप्त की। इसके बाद बसों को रवाना किया गया। संविदा कर्मचारी यूनियन के क्षेत्रीय मंत्री उमेश वर्मा ने बताया कि मुख्यालय का आदेश है कि महीने में कम से कम 22 दिन संविदाकर्मियों को काम दिया जाए। स्थानीय रोडवेज अधिकारी ऐसा नहीं करते। एआरएम के आश्वासन पर हड़ताल स्थगित की गई है। उधर, एआरएम डीसी अस्थाना का कहना था कि रोडवेजकर्मी हड़ताल पर नहीं थे। रोज की तरह की कामकाज सुचारु रूप से चला।