वाराणसी। रमजान और सावन माह में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रत्येक गांव और मोहल्ले में पांच-पांच पुलिस मित्र बनाए जाएंगे। उन्हें एसएसपी की ओर से जारी परिचय पत्र दिया जाएगा। इसके साथ ही उनके पास सीओ की ओर से अनुमोदित किया गया रजिस्टर भी होगा। इसपर शांति व्यवस्था की बाबत सूचनाएं दर्ज की जाएंगी। यदि पुलिस मित्र शांति व्यवस्था में खलल डालते पाया गया तो उसके खिलाफ भी विधिक कार्रवाई की जाएगी। परिचय पत्र भी निरस्त कर दिया जाएगा।
रमजान का पवित्र महीना 11 जुलाई से शुरू हो चुका है, जबकि 23 जुलाई से सावन भी शुरू हो जाएगा। इस दौरान काफी संख्या में पुलिस फोर्स लगाई जाएगी। ऐसे में शांति व्यवस्था बनाए रखने में दिक्कत हो सकती है। इसी को देखते हुए एसएसपी ने प्रत्येक गांव और मोहल्लों से पांच-पांच पुलिस मित्र बनाने का निर्णय लिया है। पुलिस मित्र वही लोग बनाए जाएंगे, जिनका कोई आपराधिक इतिहास न हो। खिलाडि़यों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिस मित्र बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी। प्रत्येक थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके के पुलिस मित्रों के नाम, पते, मोबाइल नंबर अपने पास रखेंगे। पुलिस मित्र के पास सीओ की ओर से अनुमोदित एक रजिस्टर भी होगा। इसपर शांति व्यवस्था की बाबत सूचनाएं दर्ज की जाएंगी। पुलिस मित्र बनने के इच्छुक युवक 17 जुलाई तक पुलिस कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। उनके चयन की प्रक्रिया 20 जुलाई तक पूरी कर ली जाएगी।
वाराणसी। रमजान और सावन माह में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रत्येक गांव और मोहल्ले में पांच-पांच पुलिस मित्र बनाए जाएंगे। उन्हें एसएसपी की ओर से जारी परिचय पत्र दिया जाएगा। इसके साथ ही उनके पास सीओ की ओर से अनुमोदित किया गया रजिस्टर भी होगा। इसपर शांति व्यवस्था की बाबत सूचनाएं दर्ज की जाएंगी। यदि पुलिस मित्र शांति व्यवस्था में खलल डालते पाया गया तो उसके खिलाफ भी विधिक कार्रवाई की जाएगी। परिचय पत्र भी निरस्त कर दिया जाएगा।
रमजान का पवित्र महीना 11 जुलाई से शुरू हो चुका है, जबकि 23 जुलाई से सावन भी शुरू हो जाएगा। इस दौरान काफी संख्या में पुलिस फोर्स लगाई जाएगी। ऐसे में शांति व्यवस्था बनाए रखने में दिक्कत हो सकती है। इसी को देखते हुए एसएसपी ने प्रत्येक गांव और मोहल्लों से पांच-पांच पुलिस मित्र बनाने का निर्णय लिया है। पुलिस मित्र वही लोग बनाए जाएंगे, जिनका कोई आपराधिक इतिहास न हो। खिलाडि़यों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिस मित्र बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी। प्रत्येक थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके के पुलिस मित्रों के नाम, पते, मोबाइल नंबर अपने पास रखेंगे। पुलिस मित्र के पास सीओ की ओर से अनुमोदित एक रजिस्टर भी होगा। इसपर शांति व्यवस्था की बाबत सूचनाएं दर्ज की जाएंगी। पुलिस मित्र बनने के इच्छुक युवक 17 जुलाई तक पुलिस कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। उनके चयन की प्रक्रिया 20 जुलाई तक पूरी कर ली जाएगी।