वाराणसी। धन की कमी के चलते रेलवे की हालत पतली है। कई योजनाएं पेंडिंग पड़ी हैं। धन की कमी की वजह से ही यात्री सुविधाएं भी नहीं बढ़ाई जा रही हैं। ये जानकारी रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार ने डीजल रेल इंजन कारखाना में बुधवार को 1000वें उच्च अश्वशक्ति के दोहरे कैबयुक्त रेल इंजन डब्ल्यू डीपी-4 डी का लोकार्पण करने के बाद पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था और तगड़ी की जाएगी। डीरेकाकर्मियों की मांग पर उन्होंने भुल्लनपुर स्टेशन पर 15 जुलाई से पटना-सिकंदराबाद ट्रेन का दो मिनट ठहराव करने की घोषणा की। कहा कि प्रशासनिक भवन के सामने अंडर ग्राउंड पुल (आरयूबी) का निर्माण शीघ्र किया जाएगा। आरयूबी बनने से डीरेकाकर्मियों को काफी सहूलियत होगी। उधर, लोकार्पण समारोह में अध्यक्ष ने डीरेका को 25 लाख रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। कहा कि डीरेका में लगातार लक्ष्य से अधिक इंजन तैयार हो रहे हैं। डीरेका के मुख्य यांत्रिकी इंजीनियर राकेश बतास ने कहा कि ड्राइवरों की सुविधा के लिए इंजन में टायलेट की व्यवस्था की जा रही है। टायलेट युक्त इंजन एक महीने के अंदर लोकार्पित किया जाएगा। डीरेका में पहले से काफी अधिक इंजन तैयार हो रहे हैं। वर्तमान में प्रतिमाह 23-24 रेल इंजनों का उत्पादन हो रहा है। डीरेका के जीएम बीपी खरे ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में 300 इंजनों का लक्ष्य मिला है। इससे अधिक इंजन बनाए जाएंगे। डीरेका ने तीन महीने में 75 इंजन बनाए हैं। इससे पहले अध्यक्ष ने टर्बो सुपर चार्जर, ओवरहालिंग सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया। इस मौके पर पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम केके अटल भी मौजूद थे।
नए इंजन की खूबियां
- कार की तरह लगा है पार्किगिं ब्रेक, डिस्क ब्रेक,
- केबल सीलिंग, एलईडी कैब लाइट
- वाटर स्प्रे के साथ वाइपर असेंबली
- एयर कंडीशनिंग एवं हीटिंग
- पहले से अधिक लोड लेकर चलने क्षमता
माना, कैंट स्टेशन की सफाई व्यवस्था है ध्वस्त
वाराणसी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार ने माना कि कैंट रेलवे स्टेशन की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। स्टेशन अच्छा है, इस पर सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है। कहा कि यात्री यहां सुविधाएं बढ़ाने का निर्देश उत्तर रेलवे के उच्चाधिकारियों को दिया गया है। उन्होंने कहा कि कैंट स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाएगी। वाराणसी से बंगलुरू के लिए सीधी ट्रेन देने के सवाल पर वह मौन हो गए।
हवाई जहाज से आए और गए अध्यक्ष
वाराणसी। डीजल रेल इंजन कारखाना वाराणसी (डीरेका) में 1000 वें उच्च अश्व शक्ति रेल इंजन का लोकार्पण करने के लिए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार हवाई जहाज से आए और वापस भी गए। इसकी चर्चा कैंट स्टेशन पर रही। यात्रियों का कहना था कि यदि अध्यक्ष ट्रेन से आते तो कैंट स्टेशन की व्यवस्था सुधर सकती थी।
वाराणसी। धन की कमी के चलते रेलवे की हालत पतली है। कई योजनाएं पेंडिंग पड़ी हैं। धन की कमी की वजह से ही यात्री सुविधाएं भी नहीं बढ़ाई जा रही हैं। ये जानकारी रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार ने डीजल रेल इंजन कारखाना में बुधवार को 1000वें उच्च अश्वशक्ति के दोहरे कैबयुक्त रेल इंजन डब्ल्यू डीपी-4 डी का लोकार्पण करने के बाद पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था और तगड़ी की जाएगी। डीरेकाकर्मियों की मांग पर उन्होंने भुल्लनपुर स्टेशन पर 15 जुलाई से पटना-सिकंदराबाद ट्रेन का दो मिनट ठहराव करने की घोषणा की। कहा कि प्रशासनिक भवन के सामने अंडर ग्राउंड पुल (आरयूबी) का निर्माण शीघ्र किया जाएगा। आरयूबी बनने से डीरेकाकर्मियों को काफी सहूलियत होगी। उधर, लोकार्पण समारोह में अध्यक्ष ने डीरेका को 25 लाख रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। कहा कि डीरेका में लगातार लक्ष्य से अधिक इंजन तैयार हो रहे हैं। डीरेका के मुख्य यांत्रिकी इंजीनियर राकेश बतास ने कहा कि ड्राइवरों की सुविधा के लिए इंजन में टायलेट की व्यवस्था की जा रही है। टायलेट युक्त इंजन एक महीने के अंदर लोकार्पित किया जाएगा। डीरेका में पहले से काफी अधिक इंजन तैयार हो रहे हैं। वर्तमान में प्रतिमाह 23-24 रेल इंजनों का उत्पादन हो रहा है। डीरेका के जीएम बीपी खरे ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में 300 इंजनों का लक्ष्य मिला है। इससे अधिक इंजन बनाए जाएंगे। डीरेका ने तीन महीने में 75 इंजन बनाए हैं। इससे पहले अध्यक्ष ने टर्बो सुपर चार्जर, ओवरहालिंग सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया। इस मौके पर पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम केके अटल भी मौजूद थे।
नए इंजन की खूबियां
- कार की तरह लगा है पार्किगिं ब्रेक, डिस्क ब्रेक,
- केबल सीलिंग, एलईडी कैब लाइट
- वाटर स्प्रे के साथ वाइपर असेंबली
- एयर कंडीशनिंग एवं हीटिंग
- पहले से अधिक लोड लेकर चलने क्षमता
माना, कैंट स्टेशन की सफाई व्यवस्था है ध्वस्त
वाराणसी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार ने माना कि कैंट रेलवे स्टेशन की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। स्टेशन अच्छा है, इस पर सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है। कहा कि यात्री यहां सुविधाएं बढ़ाने का निर्देश उत्तर रेलवे के उच्चाधिकारियों को दिया गया है। उन्होंने कहा कि कैंट स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाएगी। वाराणसी से बंगलुरू के लिए सीधी ट्रेन देने के सवाल पर वह मौन हो गए।
हवाई जहाज से आए और गए अध्यक्ष
वाराणसी। डीजल रेल इंजन कारखाना वाराणसी (डीरेका) में 1000 वें उच्च अश्व शक्ति रेल इंजन का लोकार्पण करने के लिए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार हवाई जहाज से आए और वापस भी गए। इसकी चर्चा कैंट स्टेशन पर रही। यात्रियों का कहना था कि यदि अध्यक्ष ट्रेन से आते तो कैंट स्टेशन की व्यवस्था सुधर सकती थी।