उन्नाव। खरीफ सीजन में भी खाद के लिए मारामारी शुरू हो गई है। खरीद केंद्रों पर सुबह से ही किसान लाइन लगाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। घंटों कड़ी धूप में लाइन में खड़े होने के बाद भी किसानों को उर्वरक नहीं मिल पा रही है। इससे किसान परेशान हैं । खाद न मिलने से खेतों में फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। इसके बाद भी अधिकारियों ने खरीद केंद्रों पर जांच अभियान नहीं शुरु किया है।
खरीफ फसलों की बुआई के बाद अब खेतों में खाद डालने का काम शुरु हो गया है। खाद खरीदने के लिए केंद्रों पर किसानों की लाइन लगनी शुरु हो गई है। इसके साथ ही उर्वरकों के लिए मारामारी दिखने लगी है। किसान खाद के लिए सुबह से ही नजदीक के केंद्रों पर पहुंचकर लाइन लगाने के लिए मजबूर हैं। सोमवार को तीन दिन की छुट्टी के बाद जब केंद्र खुले तो वहां खाद लेने के लिए किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के शेखपुर व दही चौकी केन्द्र पर डीएपी व यूरिया लेने के लिए किसान सुबह ही पहुंच गए। केंद्र का ताला खुलने से पहले ही किसानों की लंबी कतार लग गईं। जैसे ही केन्द्र का गेट खुला पहले खाद लेने को लेकर किसानों में धक्कामुक्की होने लगी। केन्द्रों पर मौजूद कर्मचारियों ने किसी तरह धक्कामुक्की कर रहे किसानों को समझाया और उसके बाद खाद का वितरण शुरु हुआ। तेज धूप में भी किसान खाद के लिए लाइन में लगे रहे। हालांकि कई किसान शाम तक लाइन में खड़े रहे लेकिन खाद नहीं मिली। जिन किसानों को खाद नहीं मिली वे शाम को मायूस होकर घर लौटने को मजबूर हुए।
उन्नाव। खरीफ सीजन में भी खाद के लिए मारामारी शुरू हो गई है। खरीद केंद्रों पर सुबह से ही किसान लाइन लगाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। घंटों कड़ी धूप में लाइन में खड़े होने के बाद भी किसानों को उर्वरक नहीं मिल पा रही है। इससे किसान परेशान हैं । खाद न मिलने से खेतों में फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। इसके बाद भी अधिकारियों ने खरीद केंद्रों पर जांच अभियान नहीं शुरु किया है।
खरीफ फसलों की बुआई के बाद अब खेतों में खाद डालने का काम शुरु हो गया है। खाद खरीदने के लिए केंद्रों पर किसानों की लाइन लगनी शुरु हो गई है। इसके साथ ही उर्वरकों के लिए मारामारी दिखने लगी है। किसान खाद के लिए सुबह से ही नजदीक के केंद्रों पर पहुंचकर लाइन लगाने के लिए मजबूर हैं। सोमवार को तीन दिन की छुट्टी के बाद जब केंद्र खुले तो वहां खाद लेने के लिए किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के शेखपुर व दही चौकी केन्द्र पर डीएपी व यूरिया लेने के लिए किसान सुबह ही पहुंच गए। केंद्र का ताला खुलने से पहले ही किसानों की लंबी कतार लग गईं। जैसे ही केन्द्र का गेट खुला पहले खाद लेने को लेकर किसानों में धक्कामुक्की होने लगी। केन्द्रों पर मौजूद कर्मचारियों ने किसी तरह धक्कामुक्की कर रहे किसानों को समझाया और उसके बाद खाद का वितरण शुरु हुआ। तेज धूप में भी किसान खाद के लिए लाइन में लगे रहे। हालांकि कई किसान शाम तक लाइन में खड़े रहे लेकिन खाद नहीं मिली। जिन किसानों को खाद नहीं मिली वे शाम को मायूस होकर घर लौटने को मजबूर हुए।