उन्नाव। गेहूं भंडारण की समस्या के समाधान के लिए जिला प्रशासन ने निजी गोदामों का अधिग्रहण शुरू कर दिया है। बांगरमऊ के एक प्राइवेट गोदाम मेें गेेहूं भंडारणशुरू भी हो चुका है। लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक निजी गोदाम की तलाश भी लगभग पूरी हो चुकी है। जिला प्रशासन जल्द ही इन्हें भी अधिग्रहीत कर सकता है।
जनपद में गेहूं भंडारण के लिए जिला प्रशासन के पास गोदामों का टोटा है। मात्र दो गोदामों में गेहूं का भंडारण किया जा रहा है। इन गोदामों की भंडारण क्षमता मात्र 32 हजार मीट्रिक टन ही है जबकि खरीद का लक्ष्य 58240 एमटी है। इन सरकारी गोदामों में राशन का भी अनाज रखा जाता है जिससे जगह कम पड़ जाती है। भंडारण की पर्याप्त व्यवस्था न होने से गेहूं खरीद प्रभावित हो रही है। दही चौकी स्थित एफसीआई गोदाम फुल हो चुका है। इसके बाद भी अनलोडिंग तेजी से चल रही है। गोदाम में जगह न होने से खुले में बोरे रखे जा रहे हैं। इधर दो दिन से मौसम के रुख को देखते हुए विभागीय अधिकारी परेशान हैं। फलस्वरूप जिला प्रशासन ने निजी गोदाम मालिकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। किराए के सरकारी रेट से नाखुश अधिकांश मालिकोें ने पहले गोदाम देने से इंकार कर दिया था। जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए ने निजी गोदामों के अधिग्रहण की तैयारी शुरू कर दी है। बांगरमऊ में एक निजी गोदाम में भंडारण शुरूभी हो गया है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, दही चौकी स्थित एक प्राइवेट गोदाम में पहले से ही भंडारण किया जा रहा है। जल्द ही कई अन्य गोदामों का भी अधिग्रहण कर गेहूं भंडारण किया जाएगा। अपर जिलाधिकारी शिवेन्द्र कुमार ने बताया कि नए प्रभारी डिप्टी आरएमओ कमलेश कुमार सोनकर ने कई निजी गोदामोें की जांच पड़ताल कर ली है। बांगरमऊ में एक गोदाम की व्यवस्था करके उसमें खरीदे गए गेहूं को रखा जा रहा है। कई अन्य गोदामों में भी जल्द ही भंडारण शुरू हो जाएगा।
उन्नाव। गेहूं भंडारण की समस्या के समाधान के लिए जिला प्रशासन ने निजी गोदामों का अधिग्रहण शुरू कर दिया है। बांगरमऊ के एक प्राइवेट गोदाम मेें गेेहूं भंडारणशुरू भी हो चुका है। लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक निजी गोदाम की तलाश भी लगभग पूरी हो चुकी है। जिला प्रशासन जल्द ही इन्हें भी अधिग्रहीत कर सकता है।
जनपद में गेहूं भंडारण के लिए जिला प्रशासन के पास गोदामों का टोटा है। मात्र दो गोदामों में गेहूं का भंडारण किया जा रहा है। इन गोदामों की भंडारण क्षमता मात्र 32 हजार मीट्रिक टन ही है जबकि खरीद का लक्ष्य 58240 एमटी है। इन सरकारी गोदामों में राशन का भी अनाज रखा जाता है जिससे जगह कम पड़ जाती है। भंडारण की पर्याप्त व्यवस्था न होने से गेहूं खरीद प्रभावित हो रही है। दही चौकी स्थित एफसीआई गोदाम फुल हो चुका है। इसके बाद भी अनलोडिंग तेजी से चल रही है। गोदाम में जगह न होने से खुले में बोरे रखे जा रहे हैं। इधर दो दिन से मौसम के रुख को देखते हुए विभागीय अधिकारी परेशान हैं। फलस्वरूप जिला प्रशासन ने निजी गोदाम मालिकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। किराए के सरकारी रेट से नाखुश अधिकांश मालिकोें ने पहले गोदाम देने से इंकार कर दिया था। जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए ने निजी गोदामों के अधिग्रहण की तैयारी शुरू कर दी है। बांगरमऊ में एक निजी गोदाम में भंडारण शुरूभी हो गया है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, दही चौकी स्थित एक प्राइवेट गोदाम में पहले से ही भंडारण किया जा रहा है। जल्द ही कई अन्य गोदामों का भी अधिग्रहण कर गेहूं भंडारण किया जाएगा। अपर जिलाधिकारी शिवेन्द्र कुमार ने बताया कि नए प्रभारी डिप्टी आरएमओ कमलेश कुमार सोनकर ने कई निजी गोदामोें की जांच पड़ताल कर ली है। बांगरमऊ में एक गोदाम की व्यवस्था करके उसमें खरीदे गए गेहूं को रखा जा रहा है। कई अन्य गोदामों में भी जल्द ही भंडारण शुरू हो जाएगा।