फतेहपुरचौरासी (उन्नाव)। एसडीएम विजयशंकर दुबे ने कार्यभार ग्रहण करते ही गेहूं क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। कार्यभार करने के दूसरे दिन उन्होंने यहां संचालित एसएफसी व पीसीएफ के गेहूं क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया और अनियमितताओं पर केंद्र प्रभारियों को फटकार लगाई।
क्रय केंद्रों पर की जा रही मनमानी की लगातार शिकायतें मिलने पर एसडीएम ने पहले दिन ढाई बजे कस्बे से पांच किमी दूर गोरीमऊ गांव में ग्राम प्रधान के दरवाजे केंद्र संचालित पाया। केंद्र स्थानांतरण के संबंध में केंद्र प्रभारी कोई आदेश नहीं दिखा सके। इलेक्ट्रानिक तौल मशीन भी खराब थी। मात्र एक कांटे से तौल किए जाने से किसान परेशान हैं। केंद्र पर चंद्रशेखर पुत्र शिवरतन का सौ कुंतल, रामकरन सिंह पुत्र बाबू सिंह का 88 बोरी, वीरबहादुर सिंह पुत्र मानवेंद्र सिंह का सौ कुंतल व शिवकुमार तिवारी का दस कुंतल गेहूं एक पखवारे से तौल न हो पाने से डंप था। यही नहीं 29 मई तक खरीदे गए दस हजार तीन बोरे गेहूं में से 6900 बोरी गेहूं का निर्गमन किया गया। इससे 3103 बोरे गेहूं डंप हैं। केंद्र प्रभारी ने 9 से 11 व 25 से 28 मई तक खरीद भी नहीं की। तीन बजे करीब वह पीसीएफ केंद्र पर पहुंचे। यहां प्रभारी सुरेंद्र कुमार नदारद मिले। उनका मोबाइल स्विच आफ मिला। इलेक्ट्रानिक मशीन के बजाए कांटे से की जा रही तौल के प्रति उन्होंने नाराजगी जताई। यहां 19 से 29 मई तक बोरों के अभाव में खरीद बंद रही। नाम के लिए केवल एक किसान का 91 बोरी गेहूं खरीद करके काम ठप्प कर दिया गया। जबकि किसान राकेश सिंह का 82 बोरी, मिश्रीलाल का 80 बोरी व महेशशंकर का 40 बोरी गेहूं तौल के लिए डंप है। उन्होंने एसएफसी गोदाम पर उचित दर विक्रेताओं में वितरण हेतु काफी मात्रा में खाद्यान्न खुले स्थान पर पाए जाने पर रोस्टर के अनुसार वितरण न किए जाने का आदेश देते हुए पूर्ति निरीक्षक को स्टाक सत्यापित करने व तत्काल आख्या प्रेषित करने का निर्देश जारी किया।