उन्नाव। केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लक्षित लोगों तक पहुंचे इसके लिए जिले में सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना का काम तेजी से चल रहा है। बुधवार को सभी तहसीलों के अधिकारियों को प्रगणकों को जनगणना किट सौंप दी गई।
जिले में सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना के लिए पांच सेंटरों पर कुल 1250 प्रगणक और 209 सुपरवाइजर तैनात किए गए हैं। इन प्रगणकों और सुपरवाइजरों को जनगणना की ट्रेेनिंग पहले ही दी जा चुकी है। शासन के टाइम टेबल के मुताबिक जनगणना का कार्य 1 से 30 जून के बीच पूरा किया जाना है। कार्य समय से शुरू हो इसकी तैयारी जिला प्रशासन ने एक दिन पूर्व ही पूरी कर ली है। जनगणना में तहसीलवार संक्षिप्त मकान सूची के साथ टेबलेट पीसी में डाटा फीड किया जाएगा। परियोजना अधिकारी डीआरडीए जावेद अख्तर जैदी ने बताया कि सामाजिक, आर्थिक और जातिगत जनगणना पहले भी तीन चरणों में की गई थी। पहली जनगणना वर्ष 2010 में अप्रैल से सितंबर के बीच, दूसरी वर्ष 2011 में फरवरी में और तीसरी जनगणना1 से 5 मार्च 2011 के बीच बेघर परिवारों की की गई थी। इसको अपडेट करने के लिए सामाजिक आर्थिक और जातीय जनगणना करवाई जानी है। बताया कि मंगलवार को ही एडीएम शिवेंद्र कुमार सिंह ने चार सेंटरों पर कैटलागिंग का कार्य शुरू करवा दिया था। बुधवार को मुख्यालय से सभी तहसीलों को प्रगणक और सुपरवाइजरों को दी जाने वाली किट सौंप दी गई है। तहसीलों में इंचार्ज अधिकारी इन किटों का वितरण गुुरुवार को कर देंगे। इससे शासन की मंशा के मुताबिक 1 जून से जनगणना का कार्य शुरू हो जाएगा। विकास भवन सूत्रों के मुताबिक सामाजिक , आर्थिक और जातिगत जनगणना में उन्नाव जिला प्रदेश मेें प्रथम स्थान पर है। जनगणना की तैयारियां और उनसे जुड़े अधिकतर तथ्य जिले के आला अधिकारियों ने सबसे पहले लखनऊ को पहुंचा दिए हैं। जनगणना शुरू कराने के बाद रोज ही आंकड़ों को पांच सेंटरों पर टेबलेट पीसी के माध्यम से मुख्यालय व विभाग की साइट पर डाल दिया जाएगा। श्री जैदी ने बताया कि फिलहाल यह जनगणना जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में चालू की जा रही है। नगर निकाय चुनाव के कारण शहरी क्षेत्र में जनगणना का कार्य बाद में किया जाएगा।
उन्नाव। केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लक्षित लोगों तक पहुंचे इसके लिए जिले में सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना का काम तेजी से चल रहा है। बुधवार को सभी तहसीलों के अधिकारियों को प्रगणकों को जनगणना किट सौंप दी गई।
जिले में सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना के लिए पांच सेंटरों पर कुल 1250 प्रगणक और 209 सुपरवाइजर तैनात किए गए हैं। इन प्रगणकों और सुपरवाइजरों को जनगणना की ट्रेेनिंग पहले ही दी जा चुकी है। शासन के टाइम टेबल के मुताबिक जनगणना का कार्य 1 से 30 जून के बीच पूरा किया जाना है। कार्य समय से शुरू हो इसकी तैयारी जिला प्रशासन ने एक दिन पूर्व ही पूरी कर ली है। जनगणना में तहसीलवार संक्षिप्त मकान सूची के साथ टेबलेट पीसी में डाटा फीड किया जाएगा। परियोजना अधिकारी डीआरडीए जावेद अख्तर जैदी ने बताया कि सामाजिक, आर्थिक और जातिगत जनगणना पहले भी तीन चरणों में की गई थी। पहली जनगणना वर्ष 2010 में अप्रैल से सितंबर के बीच, दूसरी वर्ष 2011 में फरवरी में और तीसरी जनगणना1 से 5 मार्च 2011 के बीच बेघर परिवारों की की गई थी। इसको अपडेट करने के लिए सामाजिक आर्थिक और जातीय जनगणना करवाई जानी है। बताया कि मंगलवार को ही एडीएम शिवेंद्र कुमार सिंह ने चार सेंटरों पर कैटलागिंग का कार्य शुरू करवा दिया था। बुधवार को मुख्यालय से सभी तहसीलों को प्रगणक और सुपरवाइजरों को दी जाने वाली किट सौंप दी गई है। तहसीलों में इंचार्ज अधिकारी इन किटों का वितरण गुुरुवार को कर देंगे। इससे शासन की मंशा के मुताबिक 1 जून से जनगणना का कार्य शुरू हो जाएगा। विकास भवन सूत्रों के मुताबिक सामाजिक , आर्थिक और जातिगत जनगणना में उन्नाव जिला प्रदेश मेें प्रथम स्थान पर है। जनगणना की तैयारियां और उनसे जुड़े अधिकतर तथ्य जिले के आला अधिकारियों ने सबसे पहले लखनऊ को पहुंचा दिए हैं। जनगणना शुरू कराने के बाद रोज ही आंकड़ों को पांच सेंटरों पर टेबलेट पीसी के माध्यम से मुख्यालय व विभाग की साइट पर डाल दिया जाएगा। श्री जैदी ने बताया कि फिलहाल यह जनगणना जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में चालू की जा रही है। नगर निकाय चुनाव के कारण शहरी क्षेत्र में जनगणना का कार्य बाद में किया जाएगा।