उन्नाव। जिले गांवों का विकास अब जाति नहीं बल्कि पिछड़ेपन के आधार पर किया जाएगा। प्रदेश की नई सरकार गांवों के विकास के लिए डा. राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना चलाएगी। विकास के लिए इन गांवों का चयन बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वच्छता कार्यक्रम की उपलब्धता और अनुपलब्धता के आधार पर किया जाएगा। शासन ने इन गांवों की सूची जिला प्रशासन से मांगी है। जिला प्रशासन एक माह के भीतर इन गांवों की सूची तैयार कर लेगा।
लखनऊ मंडल आयुक्त प्रशांत द्विवेदी ने जिला प्रशासन से गैर आबाद गांवों को छोड़कर सभी राजस्व गांवों की तहसीलवार सूची तैयार करवाने के निर्देश दिए हैं। सूची में गांवों का चयन विकसित से लेकर बिना विकास वाले क्रम में किया जाएगा। इसके लिए 0 से 3 अंक दिए जाएंगे। जिस गांव को ओवर आल 3 अंक मिलेंगे वह सबसे विकसित माना जाएगा और 0 अंक वाला सबसे पिछड़ा। इन गांवों के विकास का निर्धारण, संपर्क मार्ग, आंतरिक गलियों, पेयजल आपूर्ति, पेयजल पाइपलाइन की दशा, विद्युतीकरण, शौचालय, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक पाठशाला और पंचायत घर के आधार पर किया जाएगा।
मालूम हो कि प्रदेश सरकार ने डा. राममनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना के तहत पांच वर्षोें में 10 हजार गांवों का विकास करने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत पहले वर्ष प्रदेश भर में 1600 राजस्व ग्रामों का चयन किया जाना है। परियोजना अधिकारी जावेद अख्तर जैदी ने बताया कि इन गांवों के विकास के लिए 22 विभागों द्वारा 36 विकास कार्यक्रम चलाए जाएंगे। बताया कि पिछड़ेपन के सूचकों के आधार पर लोक निर्माण विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, जल निगम, विद्युत वितरण निगम, बेसिक शिक्षा विभाग और पंचायती राज विभाग के अधिकारियोें को गांवों की सूची तैयार करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। इन विभागों के अधिकारी अपने अधीनस्थ तहसील व विकासखंड स्तरीय अधिकारियों के माध्यम से अपने-अपने विभाग से संबंधित कार्यक्रम व सुविधाओं का भौतिक सर्वेेक्षण कराते हुए 0 से 3 अंक देते हुए गांवों की सूची तैयार करेंगे। पीडी ने बताया कि उन्नाव और बीघापुर तहसीलों की सूची प्राप्त भी हो गई है। इन सूचियों को समग्र ग्राम विकास विभाग आयुक्त कार्यालय जून के अंत तक भेज दिया जाएगा।
क्या रहेंगे मानक
संपर्क मार्ग
3 अंक: यदि गांव के मुख्य मजरे राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग या मुख्य जिला मार्ग पर स्थित हाेें तो 2अंक: यदि गांव के मुख्य मजरे पक्के संपर्क मार्ग से जुड़े हों
1 अंक: यदि गांव का मुख्य मजरा खड़ंजे से जुड़ा हो
0 अंक: यदि गांव का संपर्क मार्ग कच्चा हो
अंातरिक गलियां
3 अंक: यदि 75 प्रतिशत से अधिक गलियां सीसी रोड या इंटर लाकिंग टाइल्स से बनी हों।
2 अंक: यदि 51 प्रतिशत से अधिक लेकिन 75 प्रतिशत से कम गलियां सीसी रोड या इंटर लाकिंग टाइल्स से बनी हों।
1 अंक: यदि 26 प्रतिशत से अधिक लेकिन 50 प्रतिशत से कम गलियां सीसी रोड या इंटर लाकिंग टाइल्स से बनी हों।
0 अंक यदि 25 प्रतिशत से कम गलियां इंटरलाकिंग या सीसी रोड से बनी हों।
पेयजल
प्रति हैंडपंप जनसंख्या घनत्व
3 अंक: 75 से कम
2 अंक: 75 से 100
1 अंक: 101 से 150 तक
0 अंक: 151 से अधिक
विद्युतीकरण
3 अंक: 75 प्रतिशत से अधिक गलियों में वितरण नेटवर्क होने पर
2 अंक: 51 से 75 प्रतिशत तक गलियों में वितरण नेटवर्क होने पर
1 अंक: 50 से 26 प्रतिशत तक गलियों में वितरण नेटवर्क होने पर
0 अंक: 25 प्रतिशत से कम गलियों में वितरण नेटवर्क मौजूद होने पर
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक पाठशाला
3 अंक: दोनों मानक अनुसार संतृप्त
2 अंक: प्राथमिक विद्यालय संतृप्त लेकिन उच्च प्राथमिक विद्यालय असंतृप्त
1 अंक: प्राथमिक विद्यालय असंतृप्त लेकिन उच्च प्राथमिक विद्यालय संतृप्त
0 अंक: दोनों असंतृप्त
स्वच्छ शौचालय
3 अंक: 50 प्रतिशत से अधिक घरों में शौचालय
2 अंक: 26 से 50 प्रतिशत तक घरों में शौचालय
1 अंक: 11 से 25 प्रतिशत तक घरों में शौचालय
0 अंक: 10 प्रतिशत से कम घरों में शौचालय
पंचायत घर
3 अंक: 2 कमरे से अधिक का पंचायत घर
2 अंक: 2 कमरों का पंचायत घर
1 अंक: 1 कमरे का पंचायत घर
0 अंक: पंचायत घर बना ही नहीं हो