उन्नाव। सपा में गुटीय द्वंद्व चरम पर है। दो दिन पहले बनी जिला कार्यकारिणी में शामिल किए गए कुछ नए चेहरों का विरोध शुरू हो गया है। खांटी कार्यकर्ताओं ने कमेटी के करीब आधा दर्जन नए चेहरों का विरोध शुरू कर दिया है। फलस्वरूप कुछ नए लोगों को बाहर करने की तैयारी भी शुरू हो गई है।
सपा की जिला कार्यकारिणी घोषित करने में लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाए जाने का ढोल पीटा गया था। लेकिन सूत्रों के मुताबिक कार्यकारिणी गठित करने मेें जिलाध्यक्ष और पुराने कार्यकर्ताओं से अधिक विधायकों की चली। यही कारण है कि मुख्य कार्यकारिणी में विधायक के खास लोगों को सचिव पद दिया गया। महज विधायक के आगे पीछे घूमने वाले इन लोगों का पार्टी की गतिविधियों में योगदान शून्य ही रहा है। कमेटी घोषित होने के पहले ही ऐसे लोगों का विरोध शुरू हो गया था। मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव के औचक निरीक्षण के दौरान भी जमीनी कार्यकर्ताओं को हाशिए पर करने और विधायक भक्तों को महत्व देने की शिकायत की गई थी। जिला कार्यकारिणी की घोषणा के बाद पार्टी के जमीनी लोगों को नए चेहरे खटकने लगे हैं। वरिष्ठ सपाई जबरदस्त विरोध में जुट गए। सूत्रों के मुताबिक आलाकमान ने जिलाध्यक्ष अनवार अहमद को इन पुराने और जमीनी सपाइयों की भावनाओं का सम्मान करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके चलते करीब चार नए चेहरों को जिला कार्यकारिणी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है इनकी जगह पुराने लोगों को ही जिला कार्यकारिणी में जगह दी जाएगी। जिलाध्यक्ष अनवार अहमद का फोन स्विच आफ रहा।