सफीपुर (उन्नाव)। नवागत उपजिलाधिकारी विजय शंकर दुबे ने मंगलवार की सुबह कार्यालय के विभिन्न पटलों का अवलोकन व जनता की शिकायतें सुनने के बाद गेहूं क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान पाई गई कमियों की आख्या जिलाधिकारी को प्रेषित की है।
बांगरमऊ के विभिन्न क्रय केंद्रों पर जाकर बरती जा रही धांधली के प्रति प्रभारियों को आगाह किया। मंडी समिति के एसएफसी केंद्र पर केंद्र प्रभारी को नदारद पाया। यहां सालों पुरानी इंतखाबों पर गेहूं क्रय किया जा रहा था। केंद्र पर मंगलवार को मात्र 51 कुंतल खरीद की गई थी वह भी छतरापुर गांव के सुशील कुमार पुत्र रामकृष्ण की वर्ष 2008 की इंतखाब पर। उपजिलाधिकारी के आने की सूचना पर पहुंचे केंद्र प्रभारी को चेक निर्गत करने की पंजी न बनाए जाने को लेकर जमकर फटकार लगाई। विपणन केंद्र पर उन्होंने 40 ट्रैक्टर खड़े पाए। जिनकी कांटा खराब होने के कारण तौल नहीं हो पाई थी। किसानों का कहना था कि केंद्र प्रभारी ने सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक तौल कराने का फरमान जारी किया है। तौल की शुरूआत 11 बजे के पहले नहीं होती। दोपहर बाद 3 बजे उक्त केंद्र के बंद मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई तथा तौल का समय बढ़ाने व दो और कांटे लगाए जाने का निर्देश दिया। उत्तर प्रदेश राज्य कल्याण निगम व पीसीएफ के केंद्रों पर 35-35 लाख किसानों का बकाया पाकर उन्होंने प्रभारियों को फटकार लगाई। एसडीएम ने बताया कि पाई गई कमियों के आधार पर केंद्र प्रभारियों को चेतावनी दी गई है। वहीं आवश्यक कार्रवाई के लिए आख्या जिलाधिकारी को भेजी गई है। उनका कहना था कि शासन की मंशा के अनुरूप किसानों को लाभान्वित कराने में कोई कोरकसर बाकी नहीं रखी जाएगी।