उन्नाव। ईश्वर से प्रार्थना कीजिए कि आपके क्षेत्र का ट्रांसफार्मर न फुंके, क्योंकि यदि एक भी ट्रांसफार्मर फुंका तो उसे बदलने में लंबा समय लग सकता है। वर्तमान में बिजली विभाग के स्टाक में एक भी ट्रांसफार्मर नहीं है। मानदेय को लेकर ट्रांसफार्मर की मरम्मत करने वाले मैकेनिक हड़ताल पर चले गए हैं। इसके अलावा लखनऊ मुख्यालय से एक भी नए ट्रांसफार्मर विभाग को अभी तक नहीं प्राप्त हो सके हैं। आने वाले समय में शहरवासियों को बिजली किल्लत झेलनी पड़ सकती है। क्योंकि विद्युत विभाग के स्टाक में एक भी ट्रांसफार्मर नहीं हैं। बड़े और छोटे ट्रांसफार्मरों की कमी से विभाग जूझ रहा है। किसी तरह से पुराने ट्रांसफार्मरों की मरम्मत कर काम चलाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन पुराने ट्रांसफार्मरों के भरोसे कई मोहल्लों में सुचारु विद्युत आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ट्रांसफार्मर न होने से कई क्षेत्रों में बिजली किल्लत देखने को मिल रही है। सबसे ज्यादा मारामारी 250 व 400 केवीए ट्रांसफार्मर को लेकर चल रही है। विभागीय जानकारों की मानें तो तेज धूप से ट्रांसफार्मर गर्म होकर जल्दी फुंक जाता है। इसको देखते हुए विभाग पहले से ही नए ट्रांसफार्मरों को मंगाकर स्टाक कर लेता है। लेकिन इस बार विभाग ने पहले से कोई तैयारी नहीं की। विभागीय स्टोर में ट्रांसफार्मरों का टोटा है। अपनी मियाद पूरी कर चुके कई वर्ष पुराने ट्रांसफार्मरों की मरम्मत करके काम चलाया जा रहा है। पुराने ट्रांसफार्मरों के जरिए बिजली आपूर्ति दुरुस्त रखने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन कई क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ध्वस्त चल रही है। आदर्श नगर में 250 केवीए के ट्रांसफार्मर की जगह विभाग ने मजबूरी में 633 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाकर आपूर्ति कराई गई। विद्युत वितरण खंड प्रथम अधिशाषी अभियंता संजय कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यालय को अवगत कराया जा चुका है। वैसे पुराने ट्रांसफार्मरों के जरिए आपूर्ति दुरुस्त कराने का प्रयास किया जा रहा है।
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फुंके ट्रांसफार्मर की ही कर दी मरम्मत
उन्नाव। दो दिन पहले डीएसएनकालेज रोड पर लगा ट्रांसफार्मर आग लगने से फुंक गया था। इसके चलते क्षेत्र में 24 घंटे से अधिक समय तक बिजली गुल रही। क्षेत्र के लोग फुंके ट्रांसफार्मर को बदलवाने की मांग करते रहे लेकिन स्टोर में ट्रांसफार्मर न होने से विभागीय अधिकारियों ने किसी तरह से उसकी ही मरम्मत करा दी और आपूर्ति चालू करा दी। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक, फुंके ट्रांसफार्मर की मरम्मत करके विभाग ने फौरी तौर पर काम चला दिया है लेकिन आए दिन इसमें स्पार्किंग होती रहती है। इधर एक पखवारे में लगभग 15 ट्रांसफार्मर फुंके चुके हैं। लेकिन नए ट्रांसफार्मरों के न होने से इन्हीं फुंके ट्रांसफार्मरों की मरम्मत की जा रही है। जिस भी क्षेत्र का ट्रांसफार्मर फुंकता है वहां पर तय लोड से ज्यादा या मोबाइल ट्रांसफार्मर लगाकर आपूर्ति दुरुस्त कराने का प्रयास किया जाता है।
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मोबाइल ट्रांसफार्मरों से चल रहा काम
उन्नाव। अमूमन मोबाइल ट्रांसफार्मर की व्यवस्था इसलिए की जाती है कि इमरजेंसी में इन्हें लगाकर आपूर्ति बाधित न हो सके। वर्तमान में हालत यह है कि जिन जगहों पर मोबाइल ट्रांसफार्मर एक बार रख दिए गए वहां से हटाए नहीं जा सके। वर्तमान में शहर में चार मोबाइल ट्रांसफार्मर है जो पीतांबर नगर, बड़े चौराहे, सुंदर टाकीज रोड पर लगे हैं। इन्हें इन जगहों ने हटाया नहीं जा सका है। जिस कारण दिक्कतें बढ़ गई हैं।