चकलवंशी/नवाबगंज/उन्नाव। गेहूं खरीद केंद्र मेथीटीकुर में ताला लगा देख किसानों ने हंगामा काटा। किसानों को अब अपना गेहूं बेचने की चिंता सता रही है। उनका कहना है कि कहीं बरसात हो गई तो गेहूं भीग न जाए।
मेथीटीकुर बाजार स्थित सहकारी समिति को गेहूं खरीद केंद्र बनाया गया था। यह पीसीएफ से संचालित था। सचिव का स्थानांतरण हो जाने से 20 अप्रैल से समिति पर ताला लगा है। इस बीच अधिकारियों ने क्रय केंद्र को दूसरी जगह स्थानांनतरित करवा दिया। वहां भी खरीद नहीं हो पा रही है। जिससे परेशान किसान गेहूं बेंचने के लिए भटक रहे हैं। क्षेत्र के सूर्योदय शुक्ला, सर्वेश तिवारी, विष्णुपाल, छुन्ना, महावीर तिवारी, रज्जन तिवारी, कुंवारे यादव, अजय शुक्ला, चंद्रिका पाल, रामदास, रमाकांत तिवारी, कल्लू, नरपति आदि सैकड़ों किसानों ने गुरुवार को समिति पर हंगामा किया। समिति के अध्यक्ष समरजीत सिंह के गेहूं क्रय करने का आश्वासन देने पर किसान वापस हो गए।
कमोबेश यही स्थिति नवाबगंज ब्लाक पर स्थित गेहूं क्रय केंद्र से संबद्ध गांवों के किसानों के साथ केंद्र पर सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। क्रय केंद्र पर कर्मचारियों की मनमानी के चलते अन्नदाताओं का बुरा हाल है। किसानों के बोरों में खरीद करने के आदेश को ताक पर रखकर उन्हें बारदाने की उपलब्धता न होने का कारण बताकर चलता कर दिया जा रहा है। मजबूर किसान अपनी उपज व्यापारियों के हाथ कम दामों में बेंच रहा है। खड़ेहरा के किसान अन्नू द्विवेदी, नान द्विवेदी, जैतीपुर के गुडडू द्विवेदी, अज्जू, संजय द्विवेदी ने बताया कि केंद्र पर ऊंची पहुंच रखने वाले लोगों का तो गेहूं खरीदा जा रहा है। वहीं आम किसानों को वारदाने की कमी बताकर लौटा दिया जाता है। महेंद्र सिंह, संजय शर्मा, पप्पू, मनीष, मुन्ना द्विवेदी ने केंद्र पर हो रही अव्यवस्थाओं की सुधार की मांग उच्चाधिकारियों से की है।
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बिचौलिए हावी हो रहे
बिछिया (उन्नाव)। पीसीएफ संचालित बिछिया गेहूं क्रय केंद्र में बिचौलियों के हावी होने से किसानों का गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय किसानों में रोष व्याप्त है। बछिया क्रय केंद्र पर एक सप्ताह से ग्रामीण किसान अपना गेहूं लादकर क्रय केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। बोरों की कमी बताकर उन्हें वापस कर दिया जा रहा है। जिससे बिछिया के मोहन, ओरहर के ओमप्रकाश यादव, राजपाल, गुडडू, महेंद्र सिंह आदि किसानों में क्रय केंद्र प्रभारी के प्रति आक्रोश व्याप्त है। किसानों ने बताया कि हम सब एक सप्ताह से निजी साधनों से गेहूं बेचने के लिए लाते हैं। लेकिन क्रय केंद्र प्रभारी बोरों की कमी बताकर वापस कर दिया जाता है। बताया कि बिचौलियों के माध्यम से प्रभावशाली और कोटेदारों का गेहूं खरीदा जा रहा है। हम लोगों को गेहूं बेचकर खाद बीज के बकाया सहकारी ऋण को अदा करने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। गोदाम प्रभारी धर्मपाल सिंह ने बताया कि जगह की कमी है इसलिए किसानों को वापस किया जा रहा है।
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बारदाना न होने से खरीद बंद
पुरवा (उन्नाव)। क्षेत्र में 10 केंद्र किसानों की खरीद के लिए खोले गए थे। पुरवा मौरावां असोहा में एसएफसी, सहरावां मेें पीसीएफ कांथा पुरवा मंडी में यूपीएसएस व गोसाईखेड़ा, चमियानी, हिलौली, अकोहरी साधन सहकारी समिति में क्रय केंद्र खोले गए हैं। जहां इन केंद्रों में एक पखवारा पूर्व से ही बोरे समाप्त हो गए थे। डीएम अनामिका सिंह ने आदेश जारी किया था कि किसानों की बोरियों में ही खरीद की जाए। लेकिन केंद्र प्रभारियों ने यह कहकर टरका दिया कि आदेश नहीं आया है। इससे किसानों को वापस लौटना पड़ रहा है। धिरजीखेड़ा मंडी समिति मेें किसानों का भी माल लगा है। एसडीएम ने एक सप्ताह पूर्व गेहूं केंद्रों पर लेखपालों को तैनात किया था कि किसानों की खरीद होगी और बिचालिये दूर खड़े होंगे। मगर खरीद बंद हो गई। क्षेत्र में किसानों में अनिल मिश्रा, सुरेंद्र वर्मा, शिवकरन, अलोपी वर्मा, उमेश मिश्रा, नागेंद्र, रमेश का कहना है कि बारदाना का इंतजार कर रहा हूं। एसडीएम बीपी पाल ने बताया कि बोरे की खरीद बंद है। बारदाना के लिए लिखापढ़ी की गई है। लेखपालों को केंद्र पर लगाया गया है।