उन्नाव। एक जून से बीपीएल परिवारों को स्मार्ट कार्ड जारी किए जाने हैं और अभी तक संबंधित विभागों के बीच समन्वय नहीं हो सका है। कागजों पर कार्रवाई नहीं चाहिए, गरीबों को इसका लाभ मिलते दिखना चाहिए। यह बात जिलाधिकारी अनामिका सिंह ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में कही।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत प्रतिवर्ष जिले के बीपीएल परिवारों का बीमा करवाया जाता है। जिले के 3 लाख 15 हजार 931 बीपीएल परिवारों को इस बार आईसीआईसीआई लोंबार्ड कंपनी स्मार्ट कार्ड जारी करेगी। इसके लिए कंपनी स्वास्थ्य व अन्य विभागों की सहायता से जिले के सोलह ब्लाकों की 954 ग्राम पंचायतों में कैंप लगाकर इन परिवारोें को कार्ड बांटेगी। इस संबंध में बुधवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित पन्नालाल हाल में बैठक हुई। बैठक में बीमा कंपनी के अधिकारियों ने बीमा पालिसी के बारे मेें जानकारी देनी शुरू की। जिलाधिकारी ने पूछा कि 1 जून से स्मार्ट कार्ड बांटने की क्या तैयारियां की गईं तो बीमा कंपनी के अधिकारी ठीक से जवाब न दे सके। े बताया गया कि पिछले वित्तीय वर्ष में मात्र 29 प्रतिशत बीपीएल परिवारों को ही स्मार्ट कार्ड जारी हुए थे। जिले के सभी बीपीएल परिवारों को कब तक स्मार्ट कार्ड उपलब्ध करा दिए जाएंगे इसका भी जवाब बीमा कंपनी के अधिकारी नहीं दे पाए। बीमा योजना के नोडल अधिकारी एसीएमओ एसपी चौधरी ने मामले को संभाला और बताया कि पहले बाढ़ पीड़ित आठ ब्लाकों का चयन किया गया है। सबसे पहले सिकंदरपुर सरोसी विकास खंड में स्मार्ट कार्ड बनाने का अभियान शुरू किया जाएगा। यहां 5865 बीपीएल परिवारों को 75 एनरोलमेंट किट्स के जरिए पंजीकरण करके हाथों हाथ स्मार्ट कार्ड जारी किया जाएगा। बीमा कंपनी के टीम लीडर अखिलेश सिंह ने बताया कि इसके लिए प्रति परिवार तीस रुपया प्रीमियम राशि ली जाएगी और उन्हें स्मार्ट कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक मेें मुख्य विकास अधिकारी विवेक, सीएमओ डा. ओपी मिश्रा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजेंद्र प्रसाद, डा. एसपी चौधरी, डा. आरके गौतम के अलावा बीमा कंपनी के अधिकारी व शिक्षा, आईसीडीएस, पंचायत राज आदि विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।