उन्नाव। उबलती गरमी के साथ ही बीमारियों का हमला भी तेज हो गया है। डायरिया और फीवर के रोगी बढ़ गए हैं। आलम यह है कि अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी है। औसतन एक दर्जन मरीज रोज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। हालत यह है कि जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने की जगह कम पड़ रही है। चौबीस घंटे में दर्जन भर डायरिया और बुखार पीड़ित अस्पताल में भर्ती हुए।
जैसे-जैसे तापमान का पारा चढ़ता जा रहा है संक्रामक रोगों का प्रकोप भी फैलने लगा है। उल्टी-दस्त और बुखार के रोगियों की संख्या में इजाफा हो गया है। हर रोज बड़ी संख्या में रोगी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड कम पड़ रहे हैं। किसी को फोल्डिंग चारपाई डालकर भर्ती किया जा रहा है तो किसी बेड पर दो-दो मरीज भर्ती हैं। चौबीस घंटे के अंदर जिला अस्पताल में एक दर्जन संक्रमण के शिकार रोगी भरती हुए। वहीं फीवर के भी आधा दर्जन मरीज अस्पताल पहुंच गए। शहर के मोहल्ला दरोगाबाग निवासी राजू ने अपनी पुत्री खुशी को भर्ती कराया है। राजू के मुताबिक उसकी बेटी कई दिनों से उल्टी और दस्त से परेशान थी इधर उधर इलाज कराया मगर कोई फायदा नहीं हुआ। हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसके अलावा कासिम नगर निवासी सिद्धकी की पुत्री सूफिया (16) को डायरिया के कारण जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। सफीपुर के मुस्तफाबाद गांव निवासी इस्तिहार (50), शहर के मोहल्ला गांधी नगर निवासी बाल किशन (45), सफीपुर निवासी माजिद खान की 16 वर्षीय पुत्र निशा को डायरिया होने के कारण जिला अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। लता खेड़ा गांव निवासी सुंदारा (45), मोहल्ला एबी नगर निवासी दिनेश तिवारी की पत्नी सुधा (37) को तेज बुखार के चलते जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।