उन्नाव। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अधेड़ समेत तीन लोगों का शव फांसी के फंदे पर झूलता मिला। माखी थाना क्षेत्र के रुपऊ गांव में एक युवक ने विवाह के आठ साल बाद भी संतान न होने से व्यथित होकर मौत को गले लगा लिया। वहीं, दो अन्य घटनाओं में जान देने की वजह मालूम नहीं हो सकी है। माखी थाना क्षेत्र के रुपऊ गांव निवासी विनोद (32) पुत्र स्व. छेदीलाल का विवाह आठ साल पहले नीता के साथ हुआ था। वह मुंबई रहता था, करीब छह महीने ही गांव से लौटा था। बताते हैं कि संतान न होने से वह व्यथित रहता था। रविवार की रात खाना खाने के बाद पति-पत्नी सो गए। रात करीब तीन बजे नीता की नींद खुली तो पति बिस्तर पर नहीं थे। वह कमरे से बाहर निकली तो आंगन में लगे जाल में रस्सी के सहारे विनोद का शव फंदे पर झूल रहा था। नीता की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठे हो गए। सुबह सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर, सदर कोतवाली क्षेत्र के सरोसी गांव निवासी सोनेलाल यादव (45) शनिवार को गुलाब खेड़ा गांव में रहने वाली अपनी बहन विमला के घर जाने की बात कहकर घर से निकला था। रविवार देर शाम उसका शव गांव के बाहर पृथ्वी पाल के खेत में खड़े पेंड़ पर फांसी से लटकता मिला। ग्रामीणों ने शव देखा तो उसके परिजनों को सूचना दी। जानकारी मिलने पर कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लेकर पोस्टर्माटम के लिए भेजा। मृतक की मां विद्यावती ने बताया कि उसकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उधर, माखी थाना क्षेत्र में हुई एक अन्य घटना में पत्नी से हुए विवाद के बाद पति ने घर के आंगन में ही फांसी लगाकर जान दे दी।