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दुबेपुर गांव में डायरिया फैला, कई बीमार
Unnao
Updated Tue, 22 May 2012 12:00 PM IST
अचलगंज (उन्नाव)। सिकंदरपुर कर्ण ब्लाक के दुबेपुर गांव में डायरिया का प्रकोप थम नहीं रहा है। बच्चे और अधेड़ समेत दर्जन भर से ज्यादा लोग डायरिया की चपेट में हैं। रोग की गिरफ्त में आने वालों का सरकारी अस्पताल व निजी दवाखानों पर इलाज हो रहा है। मालूम हो कि इसी गांव में पखवारा भर पहले डायरिया से दो बच्चों की मौत हो चुकी है। रविवार को गांव दुबेपुर में फिर डायरिया ने पांव पसार लिए। एक-एक कर गांव में बच्चे समेत कई लोग बीमारी की चपेट में आ गए। गांव के अश्विनी कुमार की पत्नी प्रकाशवती(32), पुत्र रामजी (21), श्यामजी (16), प्रफुल्ल कुमार की पत्नी राधा (26), राजकुमार का पुत्र बउवन (16), शिवम (14), कान्हा (12), बिट्टू (10), शब्बू तिवारी की 18 वर्षीय पुत्री गुड्डन और शुभम, श्याम मनोहन की 15 वर्षीय पुत्री राधा सहित दर्जन भर से ज्यादा लोग बीमारी की चपेट में हैं। इनमें से कुछ जिला अस्पताल में भर्ती हैं जबकि कुछ गांव में रहकर निजी चिकित्सकों से उपचार करवा रहे हैं। इस संबंध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि गांव में डायरिया फैलने की सूचना मिली है। टीम भेजकर मरीजों की जांच कराकर दवाएं दी जाएंगी। उधर, ग्रामीणों में इस बात को लेकर खासी नाराजगी है कि पखवारे भर पहले भी गांव में रोग का प्रकोप फैला था, उस समय दो बच्चों की जान भी चली गई थी। इसके बाद भी स्वास्थ्य महकमे ने बीमारी की रोकथाम व गांव में शिविर आदि लगवाने पर ध्यान नहीं दिया। लोगों की यह शिकायत भी है कि प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर न तो डॉक्टर समय से आते हैं और नहीं जरूरी दवाएं मिल रही हैं।
अचलगंज (उन्नाव)। सिकंदरपुर कर्ण ब्लाक के दुबेपुर गांव में डायरिया का प्रकोप थम नहीं रहा है। बच्चे और अधेड़ समेत दर्जन भर से ज्यादा लोग डायरिया की चपेट में हैं। रोग की गिरफ्त में आने वालों का सरकारी अस्पताल व निजी दवाखानों पर इलाज हो रहा है। मालूम हो कि इसी गांव में पखवारा भर पहले डायरिया से दो बच्चों की मौत हो चुकी है। रविवार को गांव दुबेपुर में फिर डायरिया ने पांव पसार लिए। एक-एक कर गांव में बच्चे समेत कई लोग बीमारी की चपेट में आ गए। गांव के अश्विनी कुमार की पत्नी प्रकाशवती(32), पुत्र रामजी (21), श्यामजी (16), प्रफुल्ल कुमार की पत्नी राधा (26), राजकुमार का पुत्र बउवन (16), शिवम (14), कान्हा (12), बिट्टू (10), शब्बू तिवारी की 18 वर्षीय पुत्री गुड्डन और शुभम, श्याम मनोहन की 15 वर्षीय पुत्री राधा सहित दर्जन भर से ज्यादा लोग बीमारी की चपेट में हैं। इनमें से कुछ जिला अस्पताल में भर्ती हैं जबकि कुछ गांव में रहकर निजी चिकित्सकों से उपचार करवा रहे हैं। इस संबंध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि गांव में डायरिया फैलने की सूचना मिली है। टीम भेजकर मरीजों की जांच कराकर दवाएं दी जाएंगी। उधर, ग्रामीणों में इस बात को लेकर खासी नाराजगी है कि पखवारे भर पहले भी गांव में रोग का प्रकोप फैला था, उस समय दो बच्चों की जान भी चली गई थी। इसके बाद भी स्वास्थ्य महकमे ने बीमारी की रोकथाम व गांव में शिविर आदि लगवाने पर ध्यान नहीं दिया। लोगों की यह शिकायत भी है कि प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर न तो डॉक्टर समय से आते हैं और नहीं जरूरी दवाएं मिल रही हैं।