उन्नाव। हसनगंज तहसील के पाली गांव के आधा सैकड़ा मजदूरों को काम खत्म करने के 16 महीने बीतने के बाद भी अभी तक मजदूरी नहीं मिली है। इससे इन मजदूरों के सामने आर्थिक दिक्कत खड़ी हो गई है। सोमवार को इन मजदूरों ने मुख्य विकास अधिकारी के यहां पहुंचकर मजदूरी की मांग की। मुख्य विकास अधिकारी विवेक ने मामले की जांच करा मजदूरी भुगतान कराने का आश्वासन दिया है। मालूम हो कि मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों को एक सप्ताह या अधिकतम पंद्रह दिन के भीतर मजदूरी का भुगतान किए जाने का प्रावधान है। पाली गांव से मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय पहुंचे मजदूर नंद किशोर ने बताया कि जनवरी 2011 में पंचायत मंत्री धीरेंद्र कुमार यादव, पंचायत कर्मी ब्रजेश और जेई रावत ने गांव के ही दर्शन पुत्र दुल्ला पासी के खेत की जापजोख की और फोटो लिया था। इसके बाद सभी मजदूरों को खेत समतलीकरण कार्य में लगा दिया गया था। बताया कि दर्शन के खेत समतलीकरण का कार्य 25 जनवरी 2011 से शुरू होकर 3 फरवरी 2011 तक चला था। खेत को समतल कराए 16 महीने बीत चुके हैं लेकिन आज तक मजदूरी नहीं दी गई है। मजदूरों का आरोप है कि महिला ग्राम प्रधान चुनावी रंजिश के कारण मजदूरी रोके हुए हैं। इस गांव के विकलांग मजदूर रूपचंद्र ने बताया कि उसने मेट का कार्य किया था और आज भी वह रजिस्टर उसके ही पास है।