पुरवा/उन्नाव। शादी झांसा देकर युवती को भगा ले गया। गुजरात में एक कमरे में बंधक बनाकर रखा और दस महीने तक दुष्कर्म करता रहा। गर्भवती होने पर युवक उसे कानपुर स्टेशन पर छोड़कर भाग निकला। पीड़िता पुलिस अधिकारियों की चिरौरी करती रही मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। हताश होकर उसने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के निर्देश पर मंगलवार देर शाम पुरवा कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मुकदमे की विवेचना के साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास करने की बात कह रही है। पुरवा कोतवाली क्षेत्र के कसरौर गांव निवासी महेश पासी की 23 साल की पुत्र मीना (दोनों नाम काल्पनिक) को गांव का ही युवक सरवन शादी का झांसा देकर जुलाई 2011 में अपने साथ भगा ले गया। उसने उसे गुजरात के अहमदाबाद में एक कमरे में रखा। युवक ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया और उसके काफी विरोध के बाद भी नहीं माना। युवती के मुताबिक उसने एक दिन उसने भागने का प्रयास किया तो सरवन ने अपने साथी की मदद से बस स्टेशन से पकड़ लिया और कमरे में बंधक बनाकर रखा और दुष्कर्म करता रहा। वह गर्भवती हुई तो युवक ने उससे पीछा छुड़ाने का प्रयास किया। मौके की नजाकत को भांपते हुए मीना ने उसे घर छोड़ने की बात कही और उसके द्वारा किए गए जुल्मों सितम के बारे में किसी से न कहने का भरोसा दिलाया। इसके बाद 7 अप्रैल 2012 को सरवन मीना को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर छोड़ गया। वह जैसे तैसे घर पहुंची और अपने माता-पिता को आपबीती बताई। पीड़िता का पिता गर्भवती बेटी को लेकर पुलिस थाने और पुलिस अधिकारियों के पास गया और उसके साथ हुई ज्याजती की दासतान भी बताई मगर किसी भी अधिकारी का दिल नहीं पसीजा। हार कर उसने न्यायालय में गुहार लगाई। न्यायालय के आदेश पर पुरवा कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को मुकदमा दर्ज किया। पुरवा कोतवाली प्रभारी राजुल गर्ग ने बताया कि न्यायालय के निर्देश पर अभियोग दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि विवेचना के साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर गुजरात व अन्य संभावित स्थानों पर भेजी जाएगी।