उन्नाव। खरीफ फसल की सिंचाई के लिए नहर विभाग ने शासनादेश के बावजूद अभी तैयारियां शुरू नहीं की हैं। विभाग को जिले की 215 किलोमीटर नहरों में सिल्ट सफाई के लिए 10 मई से कार्य शुरू कर देना चाहिए था लेकिन अभी तक कार्ययोजना ही पूरी नहीं हो सकी है। बिना तैयारियाें के 15 जून तक जिले की 281 नहरों की सिल्ट सफाई होने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। अधिकारी जल्द ही सिल्ट सफाई शुरू कराने की बात कह रहे हैं।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने 8 मई को जिलाधिकारी अनामिका सिंह को पत्र भेज कर 10 मई से 15 जून के बीच नहरों, ड्रेन व माइनराें की सिल्ट सफाई कराने के निर्देश जारी किए थे। इसके अनुसार गत वर्षों में प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर नहरों की सफाई नहीं हुई है। इससे नहरों के आंतरिक सेक्शन संकुचित हो गए हैं और टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है। विशेषकर नहरों, रजबहों, माइनरों और ड्रेनों की सफाई पिछले वर्षों नहीं की गई है उनमें कार्य योजना बनाकर आवश्यकतानुसार सिल्ट सफाई कराई जाए। इसके मुताबिक खरीफ फसल के लिए सिल्ट सफाई कार्य 10 मई से 15 जून के मध्य तक आवश्यकतानुसार व स्थानीय रोस्टर को ध्यान में रखते हुए कराया जाए। माइनराें की सिल्ट सफाई में मशीनाें का प्रयोग बिलकुल भी नहीं किया जाएगा। इन माइनरों की सफाई मनरेगा के बजट से की जाएगी। इसमेें मजदूरी और सामग्री मेें 60:40 का अनुपात का अनुपात रखा जाएगा। नहर विभाग के मुताबिक इस वर्ष सिंचाई खंड में कुल 111 किलोमीटर, उन्नाव नहर शारदा खंड में 200.17 किलोमीटर और लखनऊ खंड द्वितीय में 03 किलोमीटर नहरों की सफाई करने का लक्ष्य है। इसकी प्रस्तावना भी शासन को भेजी जा चुकी है। लेकिन अभी तक कहीं भी सफाई कार्य शुरू नहीं किया गया है। नहर विभाग के सूत्रों ने बताया कि नहर सफाई के लिए ट्रेंड मजदूरों की आवश्यकता होती है जबकि मनरेगा के मजदूर अनट्रेंड होते हैं जो विभागीय मानकों के आधार पर काम नहीं कर पाते हैं। इस कारण मनरेगा के तहत काम कराना मुश्किल होता है। नहर विभाग सिंचाई खंड अधिशासी अभियंता जयपाल ने बताया कि जल्द ही सिल्ट सफाई का काम शुरू हो जाएगा।
नहर विभाग के पास नहीं हैं पैसा
उन्नाव। सिल्ट सफाई का काम शुरू न होने के पीछे विभाग में बजट न होने की बात कही जा रही है। सूत्रों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2011-12 में नहरों की सफाई और अन्य कार्यों के लिए दो करोड़ चालीस लाख रुपया स्वीकृत हुआ था। अभी तक विभाग को मात्र 60 लाख रुपया ही मिल सका है जिससे अभी पिछले कामों का भुगतान लटका है। जब तक बजट नहीं मिल जाता तब तक नया काम कराने की संभावनाएं कम ही हैं। अधिशासी अभियंता जयपाल ने बताया कि जल्द ही सिल्ट सफाई कार्य शुरू कराया जाएगा। बजट के लिए आलाधिकारियों को पत्र भेजा जा चुका है।
उन्नाव। खरीफ फसल की सिंचाई के लिए नहर विभाग ने शासनादेश के बावजूद अभी तैयारियां शुरू नहीं की हैं। विभाग को जिले की 215 किलोमीटर नहरों में सिल्ट सफाई के लिए 10 मई से कार्य शुरू कर देना चाहिए था लेकिन अभी तक कार्ययोजना ही पूरी नहीं हो सकी है। बिना तैयारियाें के 15 जून तक जिले की 281 नहरों की सिल्ट सफाई होने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। अधिकारी जल्द ही सिल्ट सफाई शुरू कराने की बात कह रहे हैं।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने 8 मई को जिलाधिकारी अनामिका सिंह को पत्र भेज कर 10 मई से 15 जून के बीच नहरों, ड्रेन व माइनराें की सिल्ट सफाई कराने के निर्देश जारी किए थे। इसके अनुसार गत वर्षों में प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर नहरों की सफाई नहीं हुई है। इससे नहरों के आंतरिक सेक्शन संकुचित हो गए हैं और टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है। विशेषकर नहरों, रजबहों, माइनरों और ड्रेनों की सफाई पिछले वर्षों नहीं की गई है उनमें कार्य योजना बनाकर आवश्यकतानुसार सिल्ट सफाई कराई जाए। इसके मुताबिक खरीफ फसल के लिए सिल्ट सफाई कार्य 10 मई से 15 जून के मध्य तक आवश्यकतानुसार व स्थानीय रोस्टर को ध्यान में रखते हुए कराया जाए। माइनराें की सिल्ट सफाई में मशीनाें का प्रयोग बिलकुल भी नहीं किया जाएगा। इन माइनरों की सफाई मनरेगा के बजट से की जाएगी। इसमेें मजदूरी और सामग्री मेें 60:40 का अनुपात का अनुपात रखा जाएगा। नहर विभाग के मुताबिक इस वर्ष सिंचाई खंड में कुल 111 किलोमीटर, उन्नाव नहर शारदा खंड में 200.17 किलोमीटर और लखनऊ खंड द्वितीय में 03 किलोमीटर नहरों की सफाई करने का लक्ष्य है। इसकी प्रस्तावना भी शासन को भेजी जा चुकी है। लेकिन अभी तक कहीं भी सफाई कार्य शुरू नहीं किया गया है। नहर विभाग के सूत्रों ने बताया कि नहर सफाई के लिए ट्रेंड मजदूरों की आवश्यकता होती है जबकि मनरेगा के मजदूर अनट्रेंड होते हैं जो विभागीय मानकों के आधार पर काम नहीं कर पाते हैं। इस कारण मनरेगा के तहत काम कराना मुश्किल होता है। नहर विभाग सिंचाई खंड अधिशासी अभियंता जयपाल ने बताया कि जल्द ही सिल्ट सफाई का काम शुरू हो जाएगा।
नहर विभाग के पास नहीं हैं पैसा
उन्नाव। सिल्ट सफाई का काम शुरू न होने के पीछे विभाग में बजट न होने की बात कही जा रही है। सूत्रों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2011-12 में नहरों की सफाई और अन्य कार्यों के लिए दो करोड़ चालीस लाख रुपया स्वीकृत हुआ था। अभी तक विभाग को मात्र 60 लाख रुपया ही मिल सका है जिससे अभी पिछले कामों का भुगतान लटका है। जब तक बजट नहीं मिल जाता तब तक नया काम कराने की संभावनाएं कम ही हैं। अधिशासी अभियंता जयपाल ने बताया कि जल्द ही सिल्ट सफाई कार्य शुरू कराया जाएगा। बजट के लिए आलाधिकारियों को पत्र भेजा जा चुका है।