औरास/उन्नाव। आपसी खुन्नस में साले ने साथी के साथ मिलकर अपने जीजा को शराब पिलाई और फिर अपने घर ले जाकर गोली से उड़ा दिया। शव को गांव के बाहर फेंक कर हत्यारोपी और उसका साथी फरार हो गए। मनमुटाव के चलते जीजा-साले में कई साल से बोलचाल नहीं थी।
औरास थाना क्षेत्र के अदौरा गांव निवासी भईयालाल यादव (50) पुत्र स्व. बद्रीप्रसाद का गांव में ही रहने वाले अपने सगे साले प्रहलाद यादव पुत्र मैकूलाल से कई साल से मनमुटाव था। सोमवार शाम को प्रहलाद ने उसे पड़ोस के गांव गोड़वा निवासी अशोक रैदास के जरिए बहाने से बुलाया और ठेके पर जमकर शराब पिलाई। नशा होने के बाद प्रहलाद जीजा भईयालाल को अपने घर ले गया और वहीं गले में गोली में गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को गांव से करीब एक किलोमीटर दूर हरदोई-लखनऊ मार्ग पर फेंक दिया। मृतक के पुत्र अशोक यादव के मुताबिक शाम करीब पांच बजे उसके पिता भईयालाल घर से निकले थे और देर रात तक घर नहीं लौटे। जिस समय वह और परिवार के लोग उन्हें तलाश रहे थे तभी गांव के कुछ लोगों ने बताया कि शाम करीब छह बजे भईयालाल, प्रहलाद और अशोक रैदास को ठेके पर शराब पीते देखा गया था। अशोक के मुताबिक काफी खोजबीन के बाद देर रात लखनऊ-हरदोई-गोड़वा मार्ग पर शव पड़े होने की जानकारी हुई। तो वह सभी मौके पर पहुंचे तो पिता का रक्तरंजित शव पड़ा देखा। सूचना पर औरास थानाध्यक्ष जावेद अहमद फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के बेटे अशोक यादव ने उक्त दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। फिलहाल दोनों हत्यारोपी फरार हैं।
खून की धार दे रही हत्या की गवाही
उन्नाव। हत्यारोपी के प्रहलाद के घर में कमरे की फर्श और दीवारों पर पड़े खून की छींटे और घर से बाहर तक बनी खून की धार हत्या के बाद शव को घसीटे जाने की गवाही दे रही है। पुलिस के हाथ और भी कई क्लू लगे हैं।
ससुराल में ही रह रहा था भईयालाल
उन्नाव। मूल रूप से हरदोई जनपद के परवन खेड़ा थाना अतरौली निवासी भईयालाल यादव करीब बीस साल से अपनी ससुराल अदौरा में ही अपना अलग घर बनाकर रह रहा था। उसने इसी गांव में करीब चार बीघा जमीन भी खरीद ली थी और खेती करता था। मृतक के रिश्तेदारों के मुताबिक ससुराल के पारिवारिक मामलों में दखल देने के कारण प्रहलाद अपने जीजा से नाराज रहता था। इसी के चलते दोनों में कई साल से बोलचाल भी बंद थी।
तमाचा तो नहीं बना कारण
उन्नाव। ग्रामीणों के मुताबिक तीन दिन पहले भईयालाल लखनऊ जनपद के भटपुरवा गांव निवासी अपने रिश्तेदार बुद्धीलाल के यहां जन्मदिन की दावत में गया था। इसमें उसका साला प्रहलाद भी गया था। बताया जा रहा है कि वहीं किसी बात पर जीजा साले में कहासुनी हो गई। इसपर भईयालाल ने प्रहलाद को तमाचा मार दिया था। बताया जा रहा है कि प्रहलाद ने परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की धमकी भी दी थी।
सभी बिंदुओं पर तफ्तीश जारी-एएसपी
उन्नाव। अपर पुलिस अधीक्षक हीरालाल ने बताया कि हत्या की क्या वजह रही इसे लेकर सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है। दोनों हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
औरास/उन्नाव। आपसी खुन्नस में साले ने साथी के साथ मिलकर अपने जीजा को शराब पिलाई और फिर अपने घर ले जाकर गोली से उड़ा दिया। शव को गांव के बाहर फेंक कर हत्यारोपी और उसका साथी फरार हो गए। मनमुटाव के चलते जीजा-साले में कई साल से बोलचाल नहीं थी।
औरास थाना क्षेत्र के अदौरा गांव निवासी भईयालाल यादव (50) पुत्र स्व. बद्रीप्रसाद का गांव में ही रहने वाले अपने सगे साले प्रहलाद यादव पुत्र मैकूलाल से कई साल से मनमुटाव था। सोमवार शाम को प्रहलाद ने उसे पड़ोस के गांव गोड़वा निवासी अशोक रैदास के जरिए बहाने से बुलाया और ठेके पर जमकर शराब पिलाई। नशा होने के बाद प्रहलाद जीजा भईयालाल को अपने घर ले गया और वहीं गले में गोली में गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को गांव से करीब एक किलोमीटर दूर हरदोई-लखनऊ मार्ग पर फेंक दिया। मृतक के पुत्र अशोक यादव के मुताबिक शाम करीब पांच बजे उसके पिता भईयालाल घर से निकले थे और देर रात तक घर नहीं लौटे। जिस समय वह और परिवार के लोग उन्हें तलाश रहे थे तभी गांव के कुछ लोगों ने बताया कि शाम करीब छह बजे भईयालाल, प्रहलाद और अशोक रैदास को ठेके पर शराब पीते देखा गया था। अशोक के मुताबिक काफी खोजबीन के बाद देर रात लखनऊ-हरदोई-गोड़वा मार्ग पर शव पड़े होने की जानकारी हुई। तो वह सभी मौके पर पहुंचे तो पिता का रक्तरंजित शव पड़ा देखा। सूचना पर औरास थानाध्यक्ष जावेद अहमद फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के बेटे अशोक यादव ने उक्त दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। फिलहाल दोनों हत्यारोपी फरार हैं।
खून की धार दे रही हत्या की गवाही
उन्नाव। हत्यारोपी के प्रहलाद के घर में कमरे की फर्श और दीवारों पर पड़े खून की छींटे और घर से बाहर तक बनी खून की धार हत्या के बाद शव को घसीटे जाने की गवाही दे रही है। पुलिस के हाथ और भी कई क्लू लगे हैं।
ससुराल में ही रह रहा था भईयालाल
उन्नाव। मूल रूप से हरदोई जनपद के परवन खेड़ा थाना अतरौली निवासी भईयालाल यादव करीब बीस साल से अपनी ससुराल अदौरा में ही अपना अलग घर बनाकर रह रहा था। उसने इसी गांव में करीब चार बीघा जमीन भी खरीद ली थी और खेती करता था। मृतक के रिश्तेदारों के मुताबिक ससुराल के पारिवारिक मामलों में दखल देने के कारण प्रहलाद अपने जीजा से नाराज रहता था। इसी के चलते दोनों में कई साल से बोलचाल भी बंद थी।
तमाचा तो नहीं बना कारण
उन्नाव। ग्रामीणों के मुताबिक तीन दिन पहले भईयालाल लखनऊ जनपद के भटपुरवा गांव निवासी अपने रिश्तेदार बुद्धीलाल के यहां जन्मदिन की दावत में गया था। इसमें उसका साला प्रहलाद भी गया था। बताया जा रहा है कि वहीं किसी बात पर जीजा साले में कहासुनी हो गई। इसपर भईयालाल ने प्रहलाद को तमाचा मार दिया था। बताया जा रहा है कि प्रहलाद ने परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की धमकी भी दी थी।
सभी बिंदुओं पर तफ्तीश जारी-एएसपी
उन्नाव। अपर पुलिस अधीक्षक हीरालाल ने बताया कि हत्या की क्या वजह रही इसे लेकर सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है। दोनों हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।