अचलगंज (उन्नाव)। विभिन्न योजनाओं की प्रगति जांचने के लिए सीएमओ ने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पीएचसी में रखे तमाम अभिलेखों के रखरखाव और उनमें दर्ज जानकारियों की समीक्षा की। उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर रोजमर्रा की व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के साथ योजनाओं के बारे में भी बताया।
बाहर से दवाएं लिखे जाने और प्रसव के दौरान सुविधा शुल्क लिए जाने जैसी शिकायतों की जांच करने के लिए सीएमओ बीपी मिश्रा ने स्टाफ के साथ पीएचसी का निरीक्षण किया। स्थानीय लोगों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव मानक के अनुरूप ही हैं। उन्होंने शासन की मंशा के अनुरूप अब मरीज को एक साथ पांच दिन की दवा देने की जानकारी भी दी। प्रसव में सुविधा शुल्क लेने की बात को नकारते हुए सीएमओ ने कहा कि यदि ऐसी शिकायत मिलती है तो संबंधित पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। सीएचसी के निर्माणाधीन भवन के संबंध में बताया कि मार्च 2012 को उक्त भवन विभाग को हस्तगत हो जाना चाहिए था। लेकिन निर्माण की गति धीमी होने के कारण अभी काफी कार्य शेष है। मच्छर मार दवा के छिड़काव के बारे में बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में 65 प्रतिशत छिड़काव किया जाना चाहिए। सीएमओ के साथ आए एकाउंट अधिकारी ने अभिलेखों की जांच पड़ताल की। इस दौरान अस्पताल कर्मचारियों ने सीएमओ को एक कर्मचारी की मनमानी की जानकारी दी। सीएमओ के निरीक्षण के दौरान डा. बृजेश, बीपी वर्मा, उमेश सविता, आशा शुक्ला मधुर श्रीवास्ताव आदि मौजूद थे।
अचलगंज (उन्नाव)। विभिन्न योजनाओं की प्रगति जांचने के लिए सीएमओ ने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पीएचसी में रखे तमाम अभिलेखों के रखरखाव और उनमें दर्ज जानकारियों की समीक्षा की। उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर रोजमर्रा की व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के साथ योजनाओं के बारे में भी बताया।
बाहर से दवाएं लिखे जाने और प्रसव के दौरान सुविधा शुल्क लिए जाने जैसी शिकायतों की जांच करने के लिए सीएमओ बीपी मिश्रा ने स्टाफ के साथ पीएचसी का निरीक्षण किया। स्थानीय लोगों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव मानक के अनुरूप ही हैं। उन्होंने शासन की मंशा के अनुरूप अब मरीज को एक साथ पांच दिन की दवा देने की जानकारी भी दी। प्रसव में सुविधा शुल्क लेने की बात को नकारते हुए सीएमओ ने कहा कि यदि ऐसी शिकायत मिलती है तो संबंधित पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। सीएचसी के निर्माणाधीन भवन के संबंध में बताया कि मार्च 2012 को उक्त भवन विभाग को हस्तगत हो जाना चाहिए था। लेकिन निर्माण की गति धीमी होने के कारण अभी काफी कार्य शेष है। मच्छर मार दवा के छिड़काव के बारे में बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में 65 प्रतिशत छिड़काव किया जाना चाहिए। सीएमओ के साथ आए एकाउंट अधिकारी ने अभिलेखों की जांच पड़ताल की। इस दौरान अस्पताल कर्मचारियों ने सीएमओ को एक कर्मचारी की मनमानी की जानकारी दी। सीएमओ के निरीक्षण के दौरान डा. बृजेश, बीपी वर्मा, उमेश सविता, आशा शुक्ला मधुर श्रीवास्ताव आदि मौजूद थे।