बिछिया (उन्नाव)। मिड-डे मील में फिर खेल शुरू हो गया है। नया शिक्षा सत्र प्रारंभ हुए दस दिन बीत चुके हैं लेकिन कई परिषदीय विद्यालयों में मिड-डे मील नहीं बन रहा है। ग्राम प्रधान और प्रधान टीचर मिलकर धन का बंदरबांट कर रहे हैं। मिड-डे मील के नाम पर छात्रों को गुमराह किया जा रहा है। मीनू के अनुसार खाना न बनने की शिकायत अभिभावकों ने खंड शिक्षाधिकारी और संकुल प्रभारियों से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल आने वाले बच्चों को मिड-डे मील दिया जाता है। छात्रों को पौष्टिक भोजन मिले, इसके लिए हर दिन अलग-अलग खाना बनाने का प्रावधान है लेकिन कई जगहों पर प्रधान टीचर और ग्राम प्रधान मिलीभगत कर मीनू के अनुसार भोजन नहीं दे रहे हैं। गांव तारगांव, मुर्तजानगर, इछौली, कोटरा, ओरहर, रायपुर बुजुर्ग, दुआ, पड़रीकला में संचालित प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों का कुछ ऐसा ही हाल है। यहां मीनू के अनुसार बच्चों को खाना नहीं दिया जा रहा है। इन विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों ने इसकी शिकायत खंड शिक्षाधिकारी और संकुल प्रभारियों से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रधान टीचरों द्वारा अधिकारियाें को फर्जी जानकारी व मिड-डे मील पंजिका का कोरम पूरा कर धन का बंदरबांट किया जा रहा है।
भेजा जी चुकी है कनवर्जन कास्ट
सभी स्कूलों में कनवर्जन कास्ट भेजी जा चुकी है। प्रधान टीचर जो छात्र संख्या देते हैं, उसी के अनुसार कनवर्जन कास्ट भेजी जाती है।
रामजी, एमडीएम प्रभारी
निरीक्षण कर की जाएगी कार्रवाई
विद्यालयों का निरीक्षण कर मिड-डे मील की हकीकत परखी जाएगी। जिस विद्यालय में मिड-डे मील मीनू के अनुसार नहीं पाया जाएगा उसके प्रधान टीचर पर कार्रवाई होगी।
राजेश सिंह, खंड शिक्षाधिकारी
बिछिया (उन्नाव)। मिड-डे मील में फिर खेल शुरू हो गया है। नया शिक्षा सत्र प्रारंभ हुए दस दिन बीत चुके हैं लेकिन कई परिषदीय विद्यालयों में मिड-डे मील नहीं बन रहा है। ग्राम प्रधान और प्रधान टीचर मिलकर धन का बंदरबांट कर रहे हैं। मिड-डे मील के नाम पर छात्रों को गुमराह किया जा रहा है। मीनू के अनुसार खाना न बनने की शिकायत अभिभावकों ने खंड शिक्षाधिकारी और संकुल प्रभारियों से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल आने वाले बच्चों को मिड-डे मील दिया जाता है। छात्रों को पौष्टिक भोजन मिले, इसके लिए हर दिन अलग-अलग खाना बनाने का प्रावधान है लेकिन कई जगहों पर प्रधान टीचर और ग्राम प्रधान मिलीभगत कर मीनू के अनुसार भोजन नहीं दे रहे हैं। गांव तारगांव, मुर्तजानगर, इछौली, कोटरा, ओरहर, रायपुर बुजुर्ग, दुआ, पड़रीकला में संचालित प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों का कुछ ऐसा ही हाल है। यहां मीनू के अनुसार बच्चों को खाना नहीं दिया जा रहा है। इन विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों ने इसकी शिकायत खंड शिक्षाधिकारी और संकुल प्रभारियों से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रधान टीचरों द्वारा अधिकारियाें को फर्जी जानकारी व मिड-डे मील पंजिका का कोरम पूरा कर धन का बंदरबांट किया जा रहा है।
भेजा जी चुकी है कनवर्जन कास्ट
सभी स्कूलों में कनवर्जन कास्ट भेजी जा चुकी है। प्रधान टीचर जो छात्र संख्या देते हैं, उसी के अनुसार कनवर्जन कास्ट भेजी जाती है।
रामजी, एमडीएम प्रभारी
निरीक्षण कर की जाएगी कार्रवाई
विद्यालयों का निरीक्षण कर मिड-डे मील की हकीकत परखी जाएगी। जिस विद्यालय में मिड-डे मील मीनू के अनुसार नहीं पाया जाएगा उसके प्रधान टीचर पर कार्रवाई होगी।
राजेश सिंह, खंड शिक्षाधिकारी