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अचलगंज (उन्नाव)। बेटी के साथ मारपीट करने वाले दामाद को ससुर ने पूरे गांव में दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। गंभीर रूप से घायल दामाद की इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जिले के फतेहपुर चौरासी थानाक्षेत्र के खैरी चंदेला गांव निवासी बसंत (35) पुत्र देवी प्रसाद 7 जुलाई को थानाक्षेत्र मल्लखेड़ा मजरे तारगांव स्थित अपनी ससुराल आया था। मंगलवार दोपहर किसी बात पर उसका ससुर रामासरे पासी से विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर रामआसरे ने साथियों के साथ दामाद को लाठी-डंडों से पीटना शुरू किया। जान बचाने के लिए भागे बसंत को पूरे गांव में दौड़ा दौड़ा कर पीटा। पिटाई से अधमरा हुआ बसंत लहूलुहान होकर गिर पड़ा। इस पर गांव वालों ने बीच बचाव कराया और रामासरे को बेटी के सुहाग का वास्ता दिया। गुस्सा ठंडा होने पर ससुर ने गंभीर रूप से घायल बसंत को स्थानीय स्वास्थ्य केेंद्र पहुंचाया। उसे चिकित्सकों ने तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया। नाजुक हालत होने पर उसे जिला अस्पताल से कानपुर रेफर कर दिया गया। कानपुर ले जाते समय रास्ते में ही बसंत की मौत हो गई। इस पर ससुर और उसके साथी बसंत के शव को वापस गांव ले आए और घर में डाल दिया। ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों और पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्रामीणों ने बताया कि रामासरे ने बेटी नीलम का विवाह तीन साल पहले बसंत से किया था। लखनऊ में रिक्शा चलाने वाला बसंत पत्नी के साथ हमेशा मारपीट करता रहता था। पति की पिटाई से तंग आकर नीलम अपने दो साल के बेटे छोटू के साथ 3 जुलाई को मायके चली आई थी। रूठी पत्नी को मना कर वापस ले जाने के लिए बसंत भी 7 जुलाई को ससुराल आया था। ग्रामीणों के मुताबिक नीलम के साथ मारपीट की बात को लेकर ससुर-दामाद में विवाद हुआ जिसमेें बसंत की जान चली गई। अचलगंज थाना प्रभारी ने बताया कि रामासरे के मुताबिक बसंत ने जहर खाकर जान दी है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारण स्पष्ट हो जाएंगे। मृतक के परिजनों की तहरीर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अचलगंज (उन्नाव)। बेटी के साथ मारपीट करने वाले दामाद को ससुर ने पूरे गांव में दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। गंभीर रूप से घायल दामाद की इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जिले के फतेहपुर चौरासी थानाक्षेत्र के खैरी चंदेला गांव निवासी बसंत (35) पुत्र देवी प्रसाद 7 जुलाई को थानाक्षेत्र मल्लखेड़ा मजरे तारगांव स्थित अपनी ससुराल आया था। मंगलवार दोपहर किसी बात पर उसका ससुर रामासरे पासी से विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर रामआसरे ने साथियों के साथ दामाद को लाठी-डंडों से पीटना शुरू किया। जान बचाने के लिए भागे बसंत को पूरे गांव में दौड़ा दौड़ा कर पीटा। पिटाई से अधमरा हुआ बसंत लहूलुहान होकर गिर पड़ा। इस पर गांव वालों ने बीच बचाव कराया और रामासरे को बेटी के सुहाग का वास्ता दिया। गुस्सा ठंडा होने पर ससुर ने गंभीर रूप से घायल बसंत को स्थानीय स्वास्थ्य केेंद्र पहुंचाया। उसे चिकित्सकों ने तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया। नाजुक हालत होने पर उसे जिला अस्पताल से कानपुर रेफर कर दिया गया। कानपुर ले जाते समय रास्ते में ही बसंत की मौत हो गई। इस पर ससुर और उसके साथी बसंत के शव को वापस गांव ले आए और घर में डाल दिया। ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों और पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्रामीणों ने बताया कि रामासरे ने बेटी नीलम का विवाह तीन साल पहले बसंत से किया था। लखनऊ में रिक्शा चलाने वाला बसंत पत्नी के साथ हमेशा मारपीट करता रहता था। पति की पिटाई से तंग आकर नीलम अपने दो साल के बेटे छोटू के साथ 3 जुलाई को मायके चली आई थी। रूठी पत्नी को मना कर वापस ले जाने के लिए बसंत भी 7 जुलाई को ससुराल आया था। ग्रामीणों के मुताबिक नीलम के साथ मारपीट की बात को लेकर ससुर-दामाद में विवाद हुआ जिसमेें बसंत की जान चली गई। अचलगंज थाना प्रभारी ने बताया कि रामासरे के मुताबिक बसंत ने जहर खाकर जान दी है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारण स्पष्ट हो जाएंगे। मृतक के परिजनों की तहरीर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार आगे की कार्रवाई की जाएगी।