पुरवा/मौरावां (उन्नाव)। असोहा में बदमाशों की गोली के शिकार सर्राफ की मौत की खबर मिलते ही लोग भड़क उठे। सुबह व्यापारियों ने दुकानें बंद कर कालूखेड़ा चौराहे पर जाम लगा दिया तो शाम को परिजनों और व्यापारियों ने दुबारा कालूखेड़ा चौराहे को जाम कर दिया। परिजन असोहा पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज थे। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई। मौके पर पहुंचे विधायक उदयराज यादव को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
बताया जाता है कि बब्लू रावत का पुरवा कोतवाली अंतर्गत मिर्री सरैयां निवासी एक युवक से रुपयों को लेकर विवाद था। उस युवक की अमृतसर (पंजाब) में सर्राफा की दुकान है। तीन साल पहले वह कालूखेड़ा में दुकान खोलने के सिलसिले में बब्लू से मिला था। दोनों में कुछ लेनदेन भी हुआ था। रुपये न मिलने पर उस युवक ने बब्लू को देख लेने की भी धमकी दी थी। हालांकि परिजन इस पर खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। बब्लू के एक भाई की अमृतसर में सर्राफा की दुकान है।
गोली लगने के बाद बब्लू काफी देर तक मौके पर पड़ा था। असोहा पुलिस पहुंची तो बब्लू को मरा मानकर वहीं छोड़ दिया गया था। पुलिस ने बब्लू की ओर देखने से पहले विनोद से पूछताछ शुरू कर दी। इस बीच पहुंचे परिजनों ने बब्लू की सांसें चलती देखीं तो पुलिस ने वाहन उपलब्ध कराने की गुहार लगाने लगे लेकिन पुलिस ने वाहन उपलब्ध नहीं कराया तो परिजन टेंपो से लेकर सर्राफ को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। हालांकि परिजन उसे लेकर ट्रामा सेंटर चले गए। परिजनों के साथ व्यापारियों में भी असोहा पुलिस के प्रति बेहद नाराजगी थी।
मंगलवार की शाम को जाम लगने की सूचना पर विधायक उदयराज यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास शुरू किया। इस बीच कुछ लोगों ने उनका विरोध भी किया। एएसपी सर्वानंद यादव ने भी लोगों से बात की। विधायक ने कहा कि उन्होंने एसपी से बदमाशों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी को कहा है।
बब्लू की शादी 2012 में बिहार थाना क्षेत्र की पारुल पुत्री रामऔतार से हुई थी। बताया जाता है कि वह गर्भवती है। बब्लू की मौत की खबर सुनने के बाद से ही वह बदहवास है। पुलिस की कार्यप्रणाली से वह इस कदर नाराज है कि विधायक उदयराज यादव के साथ पहुंचे गनर को देखकर भड़क गई। पारुल की दशा देखकर गनर को पीछे होना पड़ा। मां निर्मला, दादी महादेई, बहन टीटू व नीटू का रो-रोकर बुरा हाल है। बब्लू को सीने, पेट और गर्दन के नीचे गोली लगी है। पिता का कहना है कि बब्लू का बैग, उसमें रखी चाबी, मोबाइल और सोने की चेन गायब है। बब्लू के जेब में उस समय 30,000 रुपये थे। यह रुपये उसकी जेब में मिले।
पुरवा/मौरावां (उन्नाव)। असोहा में बदमाशों की गोली के शिकार सर्राफ की मौत की खबर मिलते ही लोग भड़क उठे। सुबह व्यापारियों ने दुकानें बंद कर कालूखेड़ा चौराहे पर जाम लगा दिया तो शाम को परिजनों और व्यापारियों ने दुबारा कालूखेड़ा चौराहे को जाम कर दिया। परिजन असोहा पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज थे। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई। मौके पर पहुंचे विधायक उदयराज यादव को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
बताया जाता है कि बब्लू रावत का पुरवा कोतवाली अंतर्गत मिर्री सरैयां निवासी एक युवक से रुपयों को लेकर विवाद था। उस युवक की अमृतसर (पंजाब) में सर्राफा की दुकान है। तीन साल पहले वह कालूखेड़ा में दुकान खोलने के सिलसिले में बब्लू से मिला था। दोनों में कुछ लेनदेन भी हुआ था। रुपये न मिलने पर उस युवक ने बब्लू को देख लेने की भी धमकी दी थी। हालांकि परिजन इस पर खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। बब्लू के एक भाई की अमृतसर में सर्राफा की दुकान है।
गोली लगने के बाद बब्लू काफी देर तक मौके पर पड़ा था। असोहा पुलिस पहुंची तो बब्लू को मरा मानकर वहीं छोड़ दिया गया था। पुलिस ने बब्लू की ओर देखने से पहले विनोद से पूछताछ शुरू कर दी। इस बीच पहुंचे परिजनों ने बब्लू की सांसें चलती देखीं तो पुलिस ने वाहन उपलब्ध कराने की गुहार लगाने लगे लेकिन पुलिस ने वाहन उपलब्ध नहीं कराया तो परिजन टेंपो से लेकर सर्राफ को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। हालांकि परिजन उसे लेकर ट्रामा सेंटर चले गए। परिजनों के साथ व्यापारियों में भी असोहा पुलिस के प्रति बेहद नाराजगी थी।
मंगलवार की शाम को जाम लगने की सूचना पर विधायक उदयराज यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास शुरू किया। इस बीच कुछ लोगों ने उनका विरोध भी किया। एएसपी सर्वानंद यादव ने भी लोगों से बात की। विधायक ने कहा कि उन्होंने एसपी से बदमाशों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी को कहा है।
बब्लू की शादी 2012 में बिहार थाना क्षेत्र की पारुल पुत्री रामऔतार से हुई थी। बताया जाता है कि वह गर्भवती है। बब्लू की मौत की खबर सुनने के बाद से ही वह बदहवास है। पुलिस की कार्यप्रणाली से वह इस कदर नाराज है कि विधायक उदयराज यादव के साथ पहुंचे गनर को देखकर भड़क गई। पारुल की दशा देखकर गनर को पीछे होना पड़ा। मां निर्मला, दादी महादेई, बहन टीटू व नीटू का रो-रोकर बुरा हाल है। बब्लू को सीने, पेट और गर्दन के नीचे गोली लगी है। पिता का कहना है कि बब्लू का बैग, उसमें रखी चाबी, मोबाइल और सोने की चेन गायब है। बब्लू के जेब में उस समय 30,000 रुपये थे। यह रुपये उसकी जेब में मिले।