उन्नाव। गुरु गोविंद सिंह के प्रकाशोत्सव का मंगलवार को लंगर के साथ ही समापन हो गया। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ पर मत्था टेका। गुरुद्वारे में वाहे गुरु-वाहे गुरु के स्वर गूंजते रहे। रागी जत्थों ने शबद कीर्तन किया।
मंगलवार सुबह अखंड पाठ श्री साहिब की समाप्ति हुई। रागी जत्थों ने शबद कीर्तन किया। भारी संख्या में पहुंचे भक्तों ने कीर्तन में भाग लिया। गुरुद्वारे में पहुंचकर गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ पर मत्था टेका। इसके बाद लंगर शुरू हुआ। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने देरशाम तक लंगर छका। इससे पहले रविवार को गुरु गोविंद सिंह के प्रकाशोत्सव पर नगर कीर्तन (जूलूस) निकाला गया था। इसमें भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया था। जुलूस में शामिल झांकियां सर्वधर्म समभाव की शिक्षा दे रही थीं। लंगर के दौरान सरदार मनोहर सिंह, सरदार कल्याण सिंह, सरदार कुलबीर सिंह, सरदार जनरैल सिंह, कुलबीर भाटिया, सरदार दिलीप सिंह, सरदार करमजीत सिंह, पुरुषोत्तम व सरदार कैप्टन मौजूद रहे।