उन्नाव। जेल से पेशी पर आए आर्म्स एक्ट में निरुद्ध विचाराधीन बंदी ने हवालात की सलाखों पर सिर पटक कर खुद को लहूलुहान कर लिया। बंदी काफी परेशान था। घटना के बाद पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। घायल बंदी का जिला अस्पताल में इलाज कराने के बाद जेल भेजा गया।
अचलगंज थाना क्षेत्र के खुटहा नौगवां गांव निवासी नीरज पुत्र स्व. रविशंकर सविता को छह माह पूर्व अचलगंज थाना पुलिस ने आर्म्स एक्ट में निरुद्ध कर जेल भेजा था। जिला कारागार में बंद नीरज को मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। पेशी के बाद सभी बंदियों को कैदी वाहन में बैठा कर वापस कारागार भेजा जा रहा था। वाहन में पैंतीस बंदियों को बैठाने के बाद पुलिस कर्मियों ने उसे हवालात में रोक दिया और दूसरे चक्कर में ले जाने की बात कही। इसी दौरान नीरज ने हवालात की सलाखों पर अपना सिर पटकना शुरू कर दिया। दूसरे बंदियों के आवाज देने पर पुलिस जवानों ने उसे देखा तो वह लहूलुहान हो चुका था। हवालात ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। प्रतिसार निरीक्षक और कोतवाली प्रभारी न्यायालय परिसर स्थित हवालात पहुंचे और घायल बंदी को जिला अस्पताल पहुंचाया। घायल की महरम पट्टी कराई गई। बताते हैं कि नीरज जेल में बंद होने से मानसिक रूप से काफी परेशान है और इसी झल्लाहट में उसने खुद को घायल कर लिया। डाक्टरों ने बंदी की हालत को खतरे से बाहर बताया। इलाज कराने के बाद पुलिस ने बंदी को जिला कारागार पहुंचाया।
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
- नवंबर 2012 को चोरी व गैंगेस्टर में निरुद्ध मेथी टीकुर गांव निवासी बंदी हरिश्चंद्र उर्फ बच्ची ने पेशी पर जाने से पहले हवालात में ही ब्लेड से अपना गला रेत लिया था।
- अगस्त 2012 को गंगाघाट थाना क्षेत्र के एनडीपीएस में निरुद्ध युवक ने परिजनों से मिलाई न कराए जाने पर सेशन हवालात की सलाखों में सिर पटक कर खुद को लहूलुहान कर लिया था।
- अप्रैल 2012 में जेल में बंद बारसगवर थाना क्षेत्र निवासी दुष्कर्म के आरोपी ने हवालात में ब्लेड से अपनी कलाई और सीने में गहरे घाव कर लिए थे। उसने जेल में भोजन न दिए जाने और मेहनत कराए जाने का आरोप लगाया था।
उन्नाव। जेल से पेशी पर आए आर्म्स एक्ट में निरुद्ध विचाराधीन बंदी ने हवालात की सलाखों पर सिर पटक कर खुद को लहूलुहान कर लिया। बंदी काफी परेशान था। घटना के बाद पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। घायल बंदी का जिला अस्पताल में इलाज कराने के बाद जेल भेजा गया।
अचलगंज थाना क्षेत्र के खुटहा नौगवां गांव निवासी नीरज पुत्र स्व. रविशंकर सविता को छह माह पूर्व अचलगंज थाना पुलिस ने आर्म्स एक्ट में निरुद्ध कर जेल भेजा था। जिला कारागार में बंद नीरज को मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। पेशी के बाद सभी बंदियों को कैदी वाहन में बैठा कर वापस कारागार भेजा जा रहा था। वाहन में पैंतीस बंदियों को बैठाने के बाद पुलिस कर्मियों ने उसे हवालात में रोक दिया और दूसरे चक्कर में ले जाने की बात कही। इसी दौरान नीरज ने हवालात की सलाखों पर अपना सिर पटकना शुरू कर दिया। दूसरे बंदियों के आवाज देने पर पुलिस जवानों ने उसे देखा तो वह लहूलुहान हो चुका था। हवालात ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। प्रतिसार निरीक्षक और कोतवाली प्रभारी न्यायालय परिसर स्थित हवालात पहुंचे और घायल बंदी को जिला अस्पताल पहुंचाया। घायल की महरम पट्टी कराई गई। बताते हैं कि नीरज जेल में बंद होने से मानसिक रूप से काफी परेशान है और इसी झल्लाहट में उसने खुद को घायल कर लिया। डाक्टरों ने बंदी की हालत को खतरे से बाहर बताया। इलाज कराने के बाद पुलिस ने बंदी को जिला कारागार पहुंचाया।
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
- नवंबर 2012 को चोरी व गैंगेस्टर में निरुद्ध मेथी टीकुर गांव निवासी बंदी हरिश्चंद्र उर्फ बच्ची ने पेशी पर जाने से पहले हवालात में ही ब्लेड से अपना गला रेत लिया था।
- अगस्त 2012 को गंगाघाट थाना क्षेत्र के एनडीपीएस में निरुद्ध युवक ने परिजनों से मिलाई न कराए जाने पर सेशन हवालात की सलाखों में सिर पटक कर खुद को लहूलुहान कर लिया था।
- अप्रैल 2012 में जेल में बंद बारसगवर थाना क्षेत्र निवासी दुष्कर्म के आरोपी ने हवालात में ब्लेड से अपनी कलाई और सीने में गहरे घाव कर लिए थे। उसने जेल में भोजन न दिए जाने और मेहनत कराए जाने का आरोप लगाया था।