ठाकुरद्वारा क्षेत्र में आमदखोर तेंदुए की दहशत है। कालेवाला स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में आदमखोर तेंदुआ सुबह जा घुसा और शाम को भगियावाला में उसने दस साल की एक बच्ची पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। नाजुक हालत में बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विद्यालय के उप प्राचार्य ने भी किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। तेंदुए ने कल शाम भगियावाला गांव में एक बछड़े पर भी हमला किया था। तेंदुए के लगातार हो रहे हमलों से नवोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ ही ग्रामीणों में दहशत है।
मंगलवार शाम करीब छह बजे भगियावाला गांव में सुरेश की 10 वर्षीय बेटी पलक घर के पीछे एक बच्चे के साथ शौच के लिए गई थी। तभी पास में गन्ने के खेत से एक तेंदुआ बाहर आया और उसने बच्ची की गर्दन पर पंजा मारा। तेंदुआ पलक को खींचकर ईख में ले जाने लगा। पलक के भाई विशाल ने घर की छत से यह सब देखा तो शोर मचा दिया।
ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर शोर मचाते हुए मौके पर पहुंचे तो तेंदुआ बच्ची को छोड़कर ईख में भाग गया। बच्ची को तुरंत ठाकुरद्वारा सीएचसी ले जाया गया। नाजुक हालत में उसे तुरंत मुरादाबाद जिला अस्पताल भेज दिया गया। बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। उसके चेहरे, गर्दन, शरीर के अन्य हिस्सों पर तेंदुए के पंजे के सात निशान हैं। बच्ची पर हमले के कुछ देर बाद तेंदुआ इसी गांव में राजेंद्र सिंह की पशुशाला में घुसा और बछड़े पर हमला कर दिया। ग्रामीणों के पहुंचने पर वह बछड़े को छोड़कर बाग गया।
इससे पहले मंगलवार सुबह करीब छह बजे कालेवाला स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में उप प्राचार्य अमर सिंह घूमने के लिए अपने आवास से निकले तो गेट पर तेंदुआ देख उनके होश उड़ गए। उन्होंने भागकर किसी तरह जान बचाई। बाद में शिक्षक और कर्मचारी लाठी डंडे लेकर पहुंचे तो तेंदुआ दीवार कूदकर भाग गया।
ठाकुरद्वारा क्षेत्र में आमदखोर तेंदुए की दहशत है। कालेवाला स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में आदमखोर तेंदुआ सुबह जा घुसा और शाम को भगियावाला में उसने दस साल की एक बच्ची पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। नाजुक हालत में बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विद्यालय के उप प्राचार्य ने भी किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। तेंदुए ने कल शाम भगियावाला गांव में एक बछड़े पर भी हमला किया था। तेंदुए के लगातार हो रहे हमलों से नवोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ ही ग्रामीणों में दहशत है।
मंगलवार शाम करीब छह बजे भगियावाला गांव में सुरेश की 10 वर्षीय बेटी पलक घर के पीछे एक बच्चे के साथ शौच के लिए गई थी। तभी पास में गन्ने के खेत से एक तेंदुआ बाहर आया और उसने बच्ची की गर्दन पर पंजा मारा। तेंदुआ पलक को खींचकर ईख में ले जाने लगा। पलक के भाई विशाल ने घर की छत से यह सब देखा तो शोर मचा दिया।
ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर शोर मचाते हुए मौके पर पहुंचे तो तेंदुआ बच्ची को छोड़कर ईख में भाग गया। बच्ची को तुरंत ठाकुरद्वारा सीएचसी ले जाया गया। नाजुक हालत में उसे तुरंत मुरादाबाद जिला अस्पताल भेज दिया गया। बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। उसके चेहरे, गर्दन, शरीर के अन्य हिस्सों पर तेंदुए के पंजे के सात निशान हैं। बच्ची पर हमले के कुछ देर बाद तेंदुआ इसी गांव में राजेंद्र सिंह की पशुशाला में घुसा और बछड़े पर हमला कर दिया। ग्रामीणों के पहुंचने पर वह बछड़े को छोड़कर बाग गया।
इससे पहले मंगलवार सुबह करीब छह बजे कालेवाला स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में उप प्राचार्य अमर सिंह घूमने के लिए अपने आवास से निकले तो गेट पर तेंदुआ देख उनके होश उड़ गए। उन्होंने भागकर किसी तरह जान बचाई। बाद में शिक्षक और कर्मचारी लाठी डंडे लेकर पहुंचे तो तेंदुआ दीवार कूदकर भाग गया।