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गौरीगंज। नौ दिन पूर्व दलित किशोरी से हुए दुष्कर्म के मामले को पुलिस ने महज छेड़खानी में दर्ज किया है। परिजनों की गुहार के बावजूद पुलिस ने किशोरी का मेडिकल परीक्षण तक नहीं कराया। पीड़ित किशोरी के पिता ने वीमेंस हेल्प लाइन पर शिकायत की तो सोमवार को पुलिस हरकत में आई। एसपी ने संबंधित थानाध्यक्ष को किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराने का निर्देश दिया है।
संग्रामपुर थानाक्षेत्र के गांव पूरे जवाहर सिंह में रहने वाले एक दलित की नाबालिग पुत्री से 19 जनवरी को गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म किया था। घटना के बाद परिजन किशोरी को लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने उनकी तहरीर लेने के बजाय एक सादे कागज पर हस्ताक्षर कराकर दूसरे दिन आने को कहा। दूसरे दिन किशोरी का पिता थाने पहुंचा तो उसे छेड़खानी में दर्ज प्राथमिकी की नकल दे दी गई। किशोरी के पिता से कहा गया कि वह सीएचसी अमेठी जाकर पुत्री का एक्सरे करा ले। पीड़ित पिता ने दुष्कर्म के मामले को छेड़खानी में दर्ज करने की वजह पूछी तो पुलिस ने उसे डांटकर भगा दिया। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने सीओ व एसपी से मुलाकात की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। सोमवार को पीड़ित पिता ने न्याय के लिए वीमेंस हेल्प लाइन का सहारा लिया तो पुलिस हरकत में आई। हेल्प लाइन पर हुई शिकायत के बाद एसपी रविशंकर छवि ने थानाध्यक्ष संग्रामपुर को किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराने का आदेश दिया है।
गौरीगंज। नौ दिन पूर्व दलित किशोरी से हुए दुष्कर्म के मामले को पुलिस ने महज छेड़खानी में दर्ज किया है। परिजनों की गुहार के बावजूद पुलिस ने किशोरी का मेडिकल परीक्षण तक नहीं कराया। पीड़ित किशोरी के पिता ने वीमेंस हेल्प लाइन पर शिकायत की तो सोमवार को पुलिस हरकत में आई। एसपी ने संबंधित थानाध्यक्ष को किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराने का निर्देश दिया है।
संग्रामपुर थानाक्षेत्र के गांव पूरे जवाहर सिंह में रहने वाले एक दलित की नाबालिग पुत्री से 19 जनवरी को गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म किया था। घटना के बाद परिजन किशोरी को लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने उनकी तहरीर लेने के बजाय एक सादे कागज पर हस्ताक्षर कराकर दूसरे दिन आने को कहा। दूसरे दिन किशोरी का पिता थाने पहुंचा तो उसे छेड़खानी में दर्ज प्राथमिकी की नकल दे दी गई। किशोरी के पिता से कहा गया कि वह सीएचसी अमेठी जाकर पुत्री का एक्सरे करा ले। पीड़ित पिता ने दुष्कर्म के मामले को छेड़खानी में दर्ज करने की वजह पूछी तो पुलिस ने उसे डांटकर भगा दिया। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने सीओ व एसपी से मुलाकात की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। सोमवार को पीड़ित पिता ने न्याय के लिए वीमेंस हेल्प लाइन का सहारा लिया तो पुलिस हरकत में आई। हेल्प लाइन पर हुई शिकायत के बाद एसपी रविशंकर छवि ने थानाध्यक्ष संग्रामपुर को किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराने का आदेश दिया है।