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सोनभद्र। पूर्व में राबर्ट्सगंज नगर के बाहर से प्रस्तावित बाईपास बनाने की मांग तेज हो गई है। सोमवार को कलेक्ट्रेट में वरिष्ठ समाजसेवी रामशकल चौबे की अगुवाई में नगरवासियों ने सांकेतिक प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने राबर्ट्सगंज नगर में प्रस्तावित बाईपास न बनाने की मांग की। मांगे पूरी न होने पर आरपार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया। इतना ही नहीं घर से महिलाएं और बच्चे भी निकल कर बाईपास के विरोध में आवाज बुलंद करने लगे हैं।
सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी रामशकल चौबे ने कहा कि राबर्ट्सगंज नगर में ओवरब्रिज का निर्माण होने से सैकड़ों मकान जमींदोज हो जाएंगे तथा लोग बेघर हो जाएंगे। जबकि पूर्व में राबर्ट्सगंज नगर के पश्चिम तरफ के गांवों से बाईपास प्रस्तावित है। गांवों मेें बाईपास बनने से ग्रामीण इलाकों का विकास होगा और शहरी उजड़ने से बच जाएंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों के अलावा विभन्न संगठनों के वरिष्ठ नेताओं ने सीएम को पत्र भेजकर शहर के बाहर से बाईपास बनाने की मांग की है। पूर्व प्रभारी जिलाधिकारी रामकृष्ण उत्तम ने शासन को पत्र भेजकर शहर में बाईपास बनने से होने वाले नुकसान से अवगत कराया था। बावजूद इसके कंपनी द्वारा नगर में आए दिन नापी जोखी कराकर रहवासियों को परेशान किया जा रहा है।
श्यामसुंदर शुक्ला, पंकज पांडेय ने कहा कि नगर में किसी भी सूरत में बाईपास नहीं बनने दिया जाएगा। इसके लिए चाहे कितना भी संघर्ष करना क्यों न पड़े। अंत में प्रदर्शनकारियों ने डीएम को समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में प्रधान शमशेर सिंह, धर्मेंद्र श्रीवास्तव, दुलारी, कृष्णावती, किरन, सुमित्रा, देवकी, संतोषी, रीना, पुप्पलता, रामकुमारी आदि शामिल रही।
सोनभद्र। पूर्व में राबर्ट्सगंज नगर के बाहर से प्रस्तावित बाईपास बनाने की मांग तेज हो गई है। सोमवार को कलेक्ट्रेट में वरिष्ठ समाजसेवी रामशकल चौबे की अगुवाई में नगरवासियों ने सांकेतिक प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने राबर्ट्सगंज नगर में प्रस्तावित बाईपास न बनाने की मांग की। मांगे पूरी न होने पर आरपार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया। इतना ही नहीं घर से महिलाएं और बच्चे भी निकल कर बाईपास के विरोध में आवाज बुलंद करने लगे हैं।
सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी रामशकल चौबे ने कहा कि राबर्ट्सगंज नगर में ओवरब्रिज का निर्माण होने से सैकड़ों मकान जमींदोज हो जाएंगे तथा लोग बेघर हो जाएंगे। जबकि पूर्व में राबर्ट्सगंज नगर के पश्चिम तरफ के गांवों से बाईपास प्रस्तावित है। गांवों मेें बाईपास बनने से ग्रामीण इलाकों का विकास होगा और शहरी उजड़ने से बच जाएंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों के अलावा विभन्न संगठनों के वरिष्ठ नेताओं ने सीएम को पत्र भेजकर शहर के बाहर से बाईपास बनाने की मांग की है। पूर्व प्रभारी जिलाधिकारी रामकृष्ण उत्तम ने शासन को पत्र भेजकर शहर में बाईपास बनने से होने वाले नुकसान से अवगत कराया था। बावजूद इसके कंपनी द्वारा नगर में आए दिन नापी जोखी कराकर रहवासियों को परेशान किया जा रहा है।
श्यामसुंदर शुक्ला, पंकज पांडेय ने कहा कि नगर में किसी भी सूरत में बाईपास नहीं बनने दिया जाएगा। इसके लिए चाहे कितना भी संघर्ष करना क्यों न पड़े। अंत में प्रदर्शनकारियों ने डीएम को समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में प्रधान शमशेर सिंह, धर्मेंद्र श्रीवास्तव, दुलारी, कृष्णावती, किरन, सुमित्रा, देवकी, संतोषी, रीना, पुप्पलता, रामकुमारी आदि शामिल रही।