सोनभद्र। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के इंटरमीडिएट का रिजल्ट मंगलवार को घोषित हुआ। सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की तर्ज पर यूपी बोर्ड में भी लड़कियों ने बाजी मारी है। जनपद में 92.39 प्रतिशत बच्चे सफल हुए हैं। यह पिछले वर्ष के 89.34 प्रतिशत के मुकाबले तीन प्रतिशत अधिक है। इस वर्ष 16125 छात्रों ने इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी। इसमें 318 छात्रों ने किसी न किसी कारण परीक्षा छोड़ दी थी। अच्छे परिणाम से कालेज प्रबंधकों के भी चेहरे खिले हुए हैं। अधिकांश विद्यालयों का परीक्षा परिणाम नब्बे से 99 और सौ प्रतिशत तक रहा है।
मंगलवार को दोपहर बारह बजे के करीब इंटरनेट पर परीक्षा परिणाम घोषित हुआ। परीक्षा परिणाम की राह काफी पहले से प्रतीक्षा में लगे थे। सुबह दस बजे से ही साइबर कैफे पर छात्र छात्राओं की भीड़ जुटने लगी थी। परिणाम निकलते ही छात्रों के चेहरे चमक उठे। कालेजों के शिक्षक और प्रबंधक आदि भी अपने स्कूल कालेजों का परिणाम जानने के लिए लगातार बेचैन थे। अच्छे परिणाम से उन्होंने भी राहत की सांस ली है। इसके बाद शुरू हुआ एक दूसरे को बधाई देने तथा मिठाई खिलाने का सिलसिला। परिणाम में लड़कियाें ने इस बार भी बाजी मार ली। हालांकि अधिकारिक रूप से यह तो नहीं पता चला कि कितने प्रतिशत अधिक छात्राओं ने बाजी मारी है, लेकिन दस लड़कों में सात लड़कियां अधिक नंबर का रिजल्ट लेकर घूमती दिखीं। सभी की आंखों में आगे बढ़ने के सपने दिख रहे थे और पैर जमीन पर नहीं टिक रहे थे। अभिभावक भी बच्चों के अच्छे परफार्मेंस देख कर फूले नहीं समा रहे थे, वहीं कालेजों में सफल छात्रों को लगातार बधाइयां देने के अलावा उन्हें सम्मानित करने की योजना बनायी जाने लगी। छात्र दिन भर इधर-उधर घूम कर एक दूसरे को बधाई दे रहे थे। छात्रों की इस खुशी में अभिभावक भी पूरी तरह शामिल दिखे
सोनभद्र। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के इंटरमीडिएट का रिजल्ट मंगलवार को घोषित हुआ। सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की तर्ज पर यूपी बोर्ड में भी लड़कियों ने बाजी मारी है। जनपद में 92.39 प्रतिशत बच्चे सफल हुए हैं। यह पिछले वर्ष के 89.34 प्रतिशत के मुकाबले तीन प्रतिशत अधिक है। इस वर्ष 16125 छात्रों ने इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी। इसमें 318 छात्रों ने किसी न किसी कारण परीक्षा छोड़ दी थी। अच्छे परिणाम से कालेज प्रबंधकों के भी चेहरे खिले हुए हैं। अधिकांश विद्यालयों का परीक्षा परिणाम नब्बे से 99 और सौ प्रतिशत तक रहा है।
मंगलवार को दोपहर बारह बजे के करीब इंटरनेट पर परीक्षा परिणाम घोषित हुआ। परीक्षा परिणाम की राह काफी पहले से प्रतीक्षा में लगे थे। सुबह दस बजे से ही साइबर कैफे पर छात्र छात्राओं की भीड़ जुटने लगी थी। परिणाम निकलते ही छात्रों के चेहरे चमक उठे। कालेजों के शिक्षक और प्रबंधक आदि भी अपने स्कूल कालेजों का परिणाम जानने के लिए लगातार बेचैन थे। अच्छे परिणाम से उन्होंने भी राहत की सांस ली है। इसके बाद शुरू हुआ एक दूसरे को बधाई देने तथा मिठाई खिलाने का सिलसिला। परिणाम में लड़कियाें ने इस बार भी बाजी मार ली। हालांकि अधिकारिक रूप से यह तो नहीं पता चला कि कितने प्रतिशत अधिक छात्राओं ने बाजी मारी है, लेकिन दस लड़कों में सात लड़कियां अधिक नंबर का रिजल्ट लेकर घूमती दिखीं। सभी की आंखों में आगे बढ़ने के सपने दिख रहे थे और पैर जमीन पर नहीं टिक रहे थे। अभिभावक भी बच्चों के अच्छे परफार्मेंस देख कर फूले नहीं समा रहे थे, वहीं कालेजों में सफल छात्रों को लगातार बधाइयां देने के अलावा उन्हें सम्मानित करने की योजना बनायी जाने लगी। छात्र दिन भर इधर-उधर घूम कर एक दूसरे को बधाई दे रहे थे। छात्रों की इस खुशी में अभिभावक भी पूरी तरह शामिल दिखे