सोनभद्र। लघु सिंचाई विभाग द्वारा नए कुओं का निर्माण और पुराने के जीर्णोद्धार के नाम पर व्यापक पैमाने पर सरकारी धन का किए गए बंदरबाट का मामला गरमाने लगा है। पीडि़तों की शिकायत के बाद भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। घोरावल थाना क्षेत्र के भरकना गांव निवासी विजय बहादुर सिंह ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर लघु सिंचाई विभाग के एक्सईएन, समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।
पीडि़त का आरोप है कि लघु सिंचाई विभाग द्वारा आरआईडीएफ 15 योजना के तहत वर्ष 2010 में उसके जमीन में नये कूएं का निर्माण होना था। कुछ दिनों बाद संबंधित अधिकारियों ने नए कुएं का निर्माण कराने में असमर्थता जताते हुए बोले कि पुराने कुएं का गहरीकरण होगा। पुराने कुएं का 19 फीट गहरीकरण करा कर फर्जी तरीके से नया कुएं का निर्माण दिखा कर लाखों रुपये निकाल लिया गया। इसकी जानकारी होने पर संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार से बातचीत करने की कोशिश की गई तो वह जवाब देने के बजाय अनाप, शनाप बकने लगे। विजय बहादुर ने बताया कि तीन मई को सरकारी धन का बंदरबाट करने वालों की शिकायत शपथ पत्र के साथ सीडीओ से की गई थी, लेकिन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। मजबूर होकर पुलिस प्रशासन के शरण में जाना पड़ा। पीडि़त ने शासन के मंशा के विपरीत कार्य करा कर धन हजम करने वाले अधिशासी अभियंता, सहायक अधिशासी अभियंता, अवर अभियंता और ठेेकेदार के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। उधर जिला पंचायत सदस्य अनूप कुमार ने भी भरकना गांव पहुंच कर लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराए ग्रामीणों से पूछताछ की। अनूप कुमार ने बताया कि ग्रामीणों ने जो बताया उससे साफ जाहिर होता है कि सरकारी धन का बंदरबाट हुआ है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।