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टीईटी अभ्यर्थियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा
Sonbhadra
Updated Thu, 31 May 2012 12:00 PM IST
दुद्धी। यह सरकार पूरी तरह से नौकरी के प्रति उदासीन है। एक तरफ सरकार लैपटाप देने की तैयारी कर रही है तो वहीं दूसरी ओर टीईटी उत्तीर्ण तथा नौकरी के तुरंत हकदार अभ्यर्थियों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। वह भी जब इस समय सरकार का मुखिया युवा नेता हैं और जो युवाओं की पैरवी की बातें करता है। सरकार सिर्फ गोलमोल बातें कर अभ्यर्थियों से नौकरी का निवाला छिन रही है। वह भी जब 72 हजार आठ सौ 25 शिक्षकाें की रिक्तियां केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित है। राज्य सरकार को तो केवल औपचारिकता पूरी करनी है। फिर भी न जाने क्यों सरकार पीछे हट रही है। उक्त बातें बुधवार को टीईटी अभ्यर्थियों की सामूहिक बैठक मेें कही गई। बैठक में सुरेंद्र अग्रहरि, अविनाश कुमार गुप्ता, भोलानाथ, रमाकांत पाठक, अजय विजय, नीरज गुप्ता आदि अभ्यर्थी शामिल थे। अभ्यर्थियों ने इस दिशा में सरकार को यथाशीघ्र ठोस प्रक्रिया अपना कर भर्ती प्रक्रिया शुरु करने की बात कही। अन्यथा वह पुन: इकट्ठा होकर विधान सभा का घेराव करने को बाध्य होंगे।
दुद्धी। यह सरकार पूरी तरह से नौकरी के प्रति उदासीन है। एक तरफ सरकार लैपटाप देने की तैयारी कर रही है तो वहीं दूसरी ओर टीईटी उत्तीर्ण तथा नौकरी के तुरंत हकदार अभ्यर्थियों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। वह भी जब इस समय सरकार का मुखिया युवा नेता हैं और जो युवाओं की पैरवी की बातें करता है। सरकार सिर्फ गोलमोल बातें कर अभ्यर्थियों से नौकरी का निवाला छिन रही है। वह भी जब 72 हजार आठ सौ 25 शिक्षकाें की रिक्तियां केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित है। राज्य सरकार को तो केवल औपचारिकता पूरी करनी है। फिर भी न जाने क्यों सरकार पीछे हट रही है। उक्त बातें बुधवार को टीईटी अभ्यर्थियों की सामूहिक बैठक मेें कही गई। बैठक में सुरेंद्र अग्रहरि, अविनाश कुमार गुप्ता, भोलानाथ, रमाकांत पाठक, अजय विजय, नीरज गुप्ता आदि अभ्यर्थी शामिल थे। अभ्यर्थियों ने इस दिशा में सरकार को यथाशीघ्र ठोस प्रक्रिया अपना कर भर्ती प्रक्रिया शुरु करने की बात कही। अन्यथा वह पुन: इकट्ठा होकर विधान सभा का घेराव करने को बाध्य होंगे।