बीना। बाल अधिकार मुद्दों पर काम कर रही सामाजिक संस्था वनवासी सेवा आश्रम के अगुवाई में गुरुवार को ऊर्जा नगरी के कोहरौल पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में स्वयं सहायता समूह चैंपियन प्रशिक्षण का आगाज किया गया। इसमें बाल हितैषी मुद्दों की जानकारी हासिल की गई। चार दिन तक चलने वाले प्रशिक्षण शिविर में जहां इससे जुड़े दस मुद्दों पर चर्चा की गई वहीं बहनों को बताया गया कि समूह के जरिए बाल हितैषी मुद्दों पर चर्चा करके अधिकाधिक लोगों तक इस मुद्दे को पहुंचाया जा सकता है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के दौरान बाल अधिकार परियोजना के प्रबंधक विमल भाई ने कहा कि बच्चों का सही देख-भाल से सभ्य समाज का निर्माण होगा। ऐसे में प्रत्येक मां, बाप, शिक्षक एवं आम नागरिक को बच्चों के हित की बात सोचनी होगी। गर्भ से लेकर उसके बचपन तक के परवरिश का सही ढंग से संस्कार देना होगा। सीबीटी गायत्री बहन ने इस मुद्दे पर काम रही संस्था वनवासी सेवा आश्रम के बीते साठ वर्षों से काम करने के साथ गतिविधियों पर चर्चा की ओर बताया कि शहरी क्षेत्रों को छोड़कर आश्रम चार विकास खंडों में तकरीबन 433 ग्राम स्वराज सभाओं में काम कर रही है। यह संस्था ऊर्जां नगरी में पर्यावरण संरक्षण के लिए भी लगातार काम करता रहा है। सीबीटी अमिता विश्वकर्मा ने प्रशिक्षण में जन्म-मृत्यु पंजीकरण, शिशु और गर्भवती महिलाओं के संपूर्ण टीकाकरण, कोलेस्ट्राल युक्त विशेष स्तन पान एवं छह माह के ऊपर के आहार, आयरन, फोलिक एसिड का प्रयोग एवं सुरक्षित प्रसव, विटामिन ए की खुराक, आयोडिन युक्त नमक, स्वच्छ पानी, बालविवाह से सामाजिक एवं व्यक्तिगत नुकसान, एचआईवी एवं एड्स जैसे मुद्दों पर चर्चा की। प्रशिक्षण शिविर में रीना देवी, केवला दुबे, राधेकृष्ण, देवनाथ भाई, सुभाष चंद्र, रामवृक्ष आदि मौजूद थे। संचालन अश्वनी सिंह ने किया।