सोनभद्र। पेट्रोल की कीमतों में साढ़े सात रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी ने राजनीतिक दलों को विरोध का नया मुद्दा दे दिया है। बृहस्पतिवार को केंद्र के इस फैसले के विरोध में राजनीतिक दलों के लोग सड़कों पर उतर आए तथा सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। विभिन्न दलों ने केंद्र सरकार और पेट्रोलियम मंत्री का पुतला भी फूंका। पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी को गलत तथा महंगाई को और बढ़ाने वाला बताया गया। चेतावनी दी गई कि यदि इस वृद्धि को वापस नहीं लिया गया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा राबर्ट्सगंज में जुलूस निकाला गया तथा मुख्य चौराहे पर केंद्र सरकार का पुतला फूंककर सभा की गई। सभा में भाजपा जिला संयोजक गोविंद यादव ने कहा कि पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि केंद्र सरकार की असफलता और तानाशाही का द्योतक है। केंद्र की यूपीए सरकार द्वारा तीन वर्ष में पेट्रोल की कीमतों में 39 रुपये की वृद्धि की गई है। लगातार बढ़ रही कीमतों से व्यापारी, किसान, नौजवान सहित आम जन त्रस्त है। कांग्रेस मात्र घोटाला करने में व्यस्त है और आम लोग महंगाई से हताश और निराश हैं। वक्ताओं ने राष्ट्रपति से ऐसी सरकार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने तथा पेट्रोल की कीमतों में हुई वृद्धि को वापस लेने की मांग की। इसके पूर्व पार्टी कार्यकर्ताओं ने रामजानकी मंदिर से जुलूस निकाला तथा नारेबाजी करते हुए नगर भ्रमण की। सभा जुलूस और पुतला दहन में रामलखन सिंह, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष रतनलाल गर्ग, अशोक मिश्र, आलोक सिंह, माला चौबे, इंद्रबहादुर सिंह, जोखन सिंह पटेल, कैलाश तिवारी, अनूप तिवारी, पंकज पटेल, कमलेश चौबे, सुनील सिंह, संतोष शुक्ला, रजनीश रघुवंशी, मंटू मिश्र, समर सिंह, छोटेलाल जायसवाल, संजीव धर, जयराम, अमरनाथ, मनीष सेानी, शिब्बू चौबे, देवेन्द्र सोलंकी, खुशदिल, ओमप्रकाश यादव, चंद्रकांत पंाडेय, सुबेदार सिंह, राहुल यादव, सोनू, अशोक विश्वकर्मा, श्याम उमर, बंटी, अजीत, राजेश गुप्ता आदि शामिल थे। अध्यक्षता नगर के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता ने तथा संचालन प्रमोद यादव ने की।
घोरावल संवाददाता के अनुसार भाकपा माले ने पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ जुलूस निकाला तथा नगर चौराहे पर प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि एक साथ पेट्रोल की कीमत में इतनी वृद्धि ने कांग्रेस के कारपोरेट परस्त और जनविरोधी चेहरे को उजागर कर दिया है। सरकार एक तरफ संकट से उबरने के लिए पूंजीपतियों को बेलआउट और टैक्स में छूट दे रही है, पेट्रोल की कीमतें बढ़ा कर आम लोगों का महंगाई की मार झेलने का विवश कर रही है।
उन्होंने राज्य सरकारों के विरोधों को लफ्फाजी कहा। कहा कि यदि उन्हें चिंता हैं तो वे अपना टैक्स कम कर लोगों को राहत दे सकते हैं। पुतला दहन में विजय कोल, शाहजहां अंसारी, बलिकरन कोल, शीतला प्रसाद, मोहन कोल, मुन्नी देवी, शंाति भारती, लोलारक विश्वकर्मा, कमलावती, सुकवारी, दयाराम, आदि ने विचार व्यक्त किए।