दुद्धी। दुद्धी और आसपास के गांवों में अनियमित विद्युत कटौती से आक्रोशित नगरवासी मंगलवार को पूर्व निर्धारित योजना के तहत सड़क पर उतर आए। लोगों ने जुलूस निकाला तथा नगर का भ्रमण करते हुए बिजली विभाग तथा प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जुलूस में शामिल लोगों ने बाजार बंद कराया तथा तहसील तिराहे पर दो घंटे के लिए रीवा-रांची मार्ग जाम कर दिया। इस दौरान दुद्धी में जबरदस्त बंदी रही। दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप कर जाम समाप्त किया। साथ ही चेतावनी दी कि तीन दिन के भीतर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो 25 मई को एक बार फिर से आंदोलन करेंगे।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दस बजे के करीब लोग नगर के मां काली मंदिर के समीप एकत्र हुए। यहां से नागरिकों ने जुलूस निकाला। यह जुलूस नगर भ्रमण करते हुए टाउन क्लब मैदान तक पहुंचा और वापस लौट कर तहसील तिराहा पहुंचा। जहां रीवां-रांची मार्ग पर जाम लगा दिया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वर्तमान समय में पूर्वाह्न ग्यारह बजे बिजली आती है तथा एक बजे कट जाती है। फिर रात में ग्यारह बजे आपूर्ति शुरू होती है, लेकिन भोर में किसी समय कट जाती है। इसके अलावा आपूर्ति के दौरान भी न जाने कितनी बार बिजली कटती है। दुद्धी तहसील में उत्पादित बिजली देश के दूसरे हिस्से में रोशनी होती है, लेकिन यहीं के लोग अनापूर्ति का दंश झेल रहे हैं। बिजली की अनियमित कटौती से जलापूर्ति व्यवस्था भी बेपटरी हो गई है। जब इसकी शिकायत बिजली विभाग के आला अधिकारियों से की जाती है, तो वे लखनऊ से कमी का बहाना बना देते हैं। भीषण गर्मी में अनियमित कटौती से लोगों को न तो दिन में चैन मिल रहा है और न ही रात को आराम। वक्ताओं ने कहा कि पूर्व में नगर में सोलह घंटे बिजली आपूर्ति की जाती थी, लेकिन अचानक इसे कम कर दिया गया। नगर ही नहीं विकास खंड के 45 ग्राम पंचायतों में भी बिजली आपूर्ति व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। विभाग द्वारा बिजली बिल तो समय से वसूली जाती है, लेकिन बिजली नहीं मिल रही है। सर्वाधिक दिक्कत महिलाओं और बच्चों को हो रही है। कहा कि विभागीय लापरवाही आलम यह है कि यहां विभाग का काई अधिकारी कर्मचारी भी नहीं रहता है। दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ने ज्ञापन लेकर लोगों को इसे शासन स्तर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम समाप्त हो गया। इस दौरान रामपाल जौहरी, कमल कुमार कानू, रामलोचन तिवारी, प्रभु सिंह, अशोक जायसवाल, राजकुमार अग्रहरि, सुरेन्द्र अग्रहरि, राजेन्द्र प्रसाद वाहवाह, व्यापार मंडल अध्यक्ष अक्षैबर नाथ गुप्ता, सत्येन्द्र चौरसिया, अरुणोदय जौहरी, सुरेन्द्र गुप्ता, नीरज कुमार गुप्ता, दिनेश आढ़ती आदि ने विचार व्यक्त किए।