सोनभद्र। सपा नेता और अधिवक्ता अंशु राय की हत्या के विरोध में तथा हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल सोमवार को समाप्त हो गई। अधिवक्ताओं ने बैठक कर एक पखवारे के भीतर हत्यारोपियों की गिरफ्तारी न होने पर फिर से आंदोलन की चेतावनी देते हुए आंदोलन समाप्त किया है। इससे कचहरी परिसर में चहल पहल लौट आई। हड़ताल समाप्त होने से वादकारियों ने भी राहत की सांस ली है।
एक मई को सपा नेता और अधिवक्ता अंशु राय की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद अधिवक्ताओं ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हडताल शुरू कर दी थी। कुछ कुछ दिनों के अंतराल पर अधिवक्ताओं द्वारा हडताल को आगे बढ़ाने की घोषणा की जाती रही। इससे कचहरी का काम पूरी तरह ठप हो गया था। अधिवक्ताओं के हड़ताल से वादकारियों का भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को सोनभद्र बार एसोसिएशन की बैठक बार सभागार में हुई। इस दौरान हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर दबाव बनाने तथा संघर्ष के लिए बनी संघर्ष समिति द्वारा उत्तर प्रदेश बार कौंसिल के अध्यक्ष से हुई वार्ता के आधार पर वादकारियों के हित में हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया गया। अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक अंशु राय के असली हत्यारे नहीं पकड़े जाते हैं, अधिवक्ताओं की हड़ताल जारी रहेगी, लेकिन वादकारियों के हितों में इसे दो जून तक के लिए स्थगित किया जाता है। आगे की योजना दो जून की बैठक में बनायी जाएगी। बैठक में सुरेन्द्र कुमार पंाडेय, अंशुमान सिंह, संजय कुमार श्रीवास्तव, रामकिंकर देव पांडेय, प्रदीप कुमार पांडेय, संजय कुमार पांडेय, सलीम कुरैशी, संतोष कुमार श्रीवास्तव, पवन कुमार द्विवेदी, एमपी पांडेय, पारसनाथ यादव, मुन्ना सिंह, सर्वेश मिश्र, मनोज चौबे, भोला सिंह, अमरनाथ मिश्र, एके मिश्र आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता सोबए अध्यक्ष प्रभाकर राम पाठक ने तथा संचालन महेन्द्र प्रसाद शुक्ल ने की।