सोनभद्र। लघु सिंचाई विभाग द्वारा कागजों पर कुएं कानिर्माण कर लाखों रुपये डकारने का मामला उजागर होने के बाद संबंधित विभाग और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया था। सीडीओ के आदेश पर जांच टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया तो सच्चाई सामने आ गई। निवर्तमान सीडीओ के आदेश के बाद भी लघु सिंचाई विभाग के कर्मचारी अभिलेख उपलब्ध नहीं करा रहे हैं।
विगत तीन मई को घोरावल थाना क्षेत्र के भड़कना गांव निवासी विजय बहादुर सिंह ने शपथ पत्र के साथ सीडीओ से कागज पर कुएं का निर्माण कर लाखों रुपये निकाले जाने की शिकायत की थी। निवर्तमान सीडीओ शफकत कमाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला ग्राम विकास अभिकरण के सहायक अभियंता कन्हैयालाल तिवारी को मौके पर जाकर जांच कर एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट देने को कहा था। सहायक अभियंता ने स्थलीय निरीक्षण किया तो पता चला कि पुराने कुएं को नया दिखा कर लघु सिंचाई विभाग के जेई व ठेेकेदार ने लाखों रुपये निकाल लिया है। जांच अधिकारी ने पांच मई को लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता और सहायक अभियंता से इससे संबंधित अभिलेख मांगा। शुक्रवार को जांच अधिकारी केएल तिवारी ने बताया कि संबंधित कर्मचारियों से अभिलेख मांगा जा रहा है लेकिन वह दे नहीं रहे हैं। साथ में यह साबित होता है कि कुओं के निर्माण में धांधली की गई है। उधर, सहायक अभियंता एसपी राम कहना है कि मुझे पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलते ही अभिलेख उपलब्ध करा दिए जाएंगे। हालांकि भड़कना जाकर मैने खुद जांच की और कमी मिली है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
सोनभद्र। लघु सिंचाई विभाग द्वारा कागजों पर कुएं कानिर्माण कर लाखों रुपये डकारने का मामला उजागर होने के बाद संबंधित विभाग और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया था। सीडीओ के आदेश पर जांच टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया तो सच्चाई सामने आ गई। निवर्तमान सीडीओ के आदेश के बाद भी लघु सिंचाई विभाग के कर्मचारी अभिलेख उपलब्ध नहीं करा रहे हैं।
विगत तीन मई को घोरावल थाना क्षेत्र के भड़कना गांव निवासी विजय बहादुर सिंह ने शपथ पत्र के साथ सीडीओ से कागज पर कुएं का निर्माण कर लाखों रुपये निकाले जाने की शिकायत की थी। निवर्तमान सीडीओ शफकत कमाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला ग्राम विकास अभिकरण के सहायक अभियंता कन्हैयालाल तिवारी को मौके पर जाकर जांच कर एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट देने को कहा था। सहायक अभियंता ने स्थलीय निरीक्षण किया तो पता चला कि पुराने कुएं को नया दिखा कर लघु सिंचाई विभाग के जेई व ठेेकेदार ने लाखों रुपये निकाल लिया है। जांच अधिकारी ने पांच मई को लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता और सहायक अभियंता से इससे संबंधित अभिलेख मांगा। शुक्रवार को जांच अधिकारी केएल तिवारी ने बताया कि संबंधित कर्मचारियों से अभिलेख मांगा जा रहा है लेकिन वह दे नहीं रहे हैं। साथ में यह साबित होता है कि कुओं के निर्माण में धांधली की गई है। उधर, सहायक अभियंता एसपी राम कहना है कि मुझे पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलते ही अभिलेख उपलब्ध करा दिए जाएंगे। हालांकि भड़कना जाकर मैने खुद जांच की और कमी मिली है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।