सोनभद्र। बाढ़ राहत अनुदान का चेक देने के लिए लेखपालों द्वारा धन उगाही और काम कराने के बाद भी मजदूरी का भुगतान न किए जाने के विरोध में कोन इलाके के विभिन्न गांवों के ग्रामीणों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने मांगों से संबंधित ज्ञापन प्रभारी जिलाधिकारी को सौंपा। लोगों ने चेतावनी दी कि मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया तथा लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो वे बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे।
इसके पूर्व मानवाधिकार जन निगरानी समिति के बैनर तले चोपन विकास खंड क्षेत्र के बागेसोती, समइलवा, परसा, जरही, जउआ जोति, जगरवा, खाला आदि गांवों के लोग एकत्र हुए और जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां पत्रक सौंप कर कहा कि हमलोग गरीब अनुसूचित जनजाति के हैं। गत वर्ष आयी बाढ़ का राहत अनुदान चेक अब मिल रहा है, लेकिन लेखपाल द्वारा प्रति चेक दो से ढाई सौ रुपये की मांग की जा रही है। पैसा न देने पर चेक न देने की धमकी दी जा रही है। इसी तरह समइलवा के करमही टोला से समइलवा तक ठेकेदार द्वारा सड़क का निर्माण किया गया है। बागेसोती निवासी मेठ कलंदर प्रजापति और रामलखन की देखरेख में ग्रामीणों ने काम किया। पहले तो मजदूरों को सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी दी गई बाद में एक सप्ताह की मजदूरी ही नहीं दी गई। ज्ञापन सौंपने वालों में अशर्फी बेग, नंदू राय, देवनाथ राम, शिव कुमार, धरम, विनोद, गोविंद, रामदास, भूमिशरण सिंह, सुमेश्वर, द्वारिका, भुल्लन, धुरबीगन, सीताराम आदि थे।
सुरेश, प्रभु आदि शामिल थे।