सोनभद्र। राबर्ट्सगंज विकास खंड अंतर्गत पलिया गांव में शुक्रवार की सुबह विशालकाय अद्भुत फूल खिला देख लोग आश्चर्यचकित रह गए। इस अनोखे फूल को देखने के लिए आसपास गांवों के लोगों की भीड़ जुट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रातभर में विशालकय फूल खिला है। अति सुगंधित फूल को लोग पहचान भी नहीं पा रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो ऐसा फूल उन्होंने पहली बार देखा है।
गांव के शौकत खान पुत्र नसीम की झोपड़ी के पास भूसे के ढेर के समीप शुक्रवार की सुबह आसपास के लोग विशालकाय फूल देख कर आश्चर्यचकित रह गए। सुगंधित इस फूल के बारे में जैसे ही आसपास के गांवों में सूचना मिली लोगों की भीड़ जुट गई। फूल की आकृति लोगों को अचंभे में डाल रही थी। इस संबंध में गांव के लोगों का कहना है कि ऐसा फूल जीवन में उन्होंने कभी नहीं देखा है। फूल का तना लौकी की तरह है फूल का हर अंग अद्भुत की तरह है, फूल से सुगंध भी निकल रही है। गांव के मतीन वेग, सिब्बल और इम्तियाज ने बताया कि सबसे बड़ा आश्चर्य रात भर में फूल का खिलना है। गांव के रुस्तम, मुराद खान, बड़क, अलताब वेग और गुड्डू आदि ने बताया कि उन्होंने कई तरह के फूल देखे हैं लेकिन ऐसा फूल पहली बार देखने को मिला है। राजेंद्रर, रामपति, गुलाब वेग आदि ने बताया कि सोनांचल रहस्यों की खान है।
इसी तरह का यह भी एक रहस्य है।
सोनभद्र। राबर्ट्सगंज विकास खंड अंतर्गत पलिया गांव में शुक्रवार की सुबह विशालकाय अद्भुत फूल खिला देख लोग आश्चर्यचकित रह गए। इस अनोखे फूल को देखने के लिए आसपास गांवों के लोगों की भीड़ जुट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रातभर में विशालकय फूल खिला है। अति सुगंधित फूल को लोग पहचान भी नहीं पा रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो ऐसा फूल उन्होंने पहली बार देखा है।
गांव के शौकत खान पुत्र नसीम की झोपड़ी के पास भूसे के ढेर के समीप शुक्रवार की सुबह आसपास के लोग विशालकाय फूल देख कर आश्चर्यचकित रह गए। सुगंधित इस फूल के बारे में जैसे ही आसपास के गांवों में सूचना मिली लोगों की भीड़ जुट गई। फूल की आकृति लोगों को अचंभे में डाल रही थी। इस संबंध में गांव के लोगों का कहना है कि ऐसा फूल जीवन में उन्होंने कभी नहीं देखा है। फूल का तना लौकी की तरह है फूल का हर अंग अद्भुत की तरह है, फूल से सुगंध भी निकल रही है। गांव के मतीन वेग, सिब्बल और इम्तियाज ने बताया कि सबसे बड़ा आश्चर्य रात भर में फूल का खिलना है। गांव के रुस्तम, मुराद खान, बड़क, अलताब वेग और गुड्डू आदि ने बताया कि उन्होंने कई तरह के फूल देखे हैं लेकिन ऐसा फूल पहली बार देखने को मिला है। राजेंद्रर, रामपति, गुलाब वेग आदि ने बताया कि सोनांचल रहस्यों की खान है।
इसी तरह का यह भी एक रहस्य है।