सोनभद्र। राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के हिंदुआरी तिराहे के समीप गुरुवार को पुलिस ने घेरेबंदी कर सपा नेता व अधिवक्ता अंशु राय की हत्या करने वाले पांच हजार रुपये के ईनामी आरोपी सूरज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान हत्यारोपी ने हत्या से जुड़े कई जानकारी पुलिस को दी है। पुलिस हत्यारोपी के निशानदेही पर नेता की हत्या में शामिल अन्य लोगों की खोजबीन शुरू कर दी है।
गौरतलब हो कि राबर्ट्सगंज नगर में एक मई की सुबह करीब सात बजे बदमाशों ने गोली मार कर सपा नेता अंशु की हत्या करने के बाद फरार हो गए थे। मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने सगे भाई पंकज और सूरज समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर विगत दिनों हत्यारोपी पंकज को पकड़ कर उसका चालान कर दिया था। लेकिन अन्य आरोपी फरार चल रहे थे। एसपी सुभाष चंद्र दुबे को हत्यारों को पकड़ने के लिए एसओजी समेत आधा दर्जन टीमों का गठन करना पड़ा। गुरुवार की सुबह साढ़े आठ बजे राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि अंशु राय की हत्या में शामिल एक अभियुक्त हिंदुआरी तिराहे के समीप कहीं जाने के फिराक में खड़ा होकर किसी वाहन का इंतजार कर रहा है।
सूचना मिलते ही इंसपेक्टर प्रदीप सिंह चंदेल, एसएसआई जेपी द्विवेदी फोर्स के साथ मुखबिर के बताए गए स्थान पर पहुंच गए। पुलिस को देखते ही तिराहे के पास खड़ा एक युवक भागने लगा। पुलिसकर्मियों ने दौड़ा कर भाग रहे युवक को दबोच लिया। उसका नाम और पता पूछा तो सारी बातें खुल गई। इंसपेक्टर ने अंशु के हत्या में नामजद सूरज सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह को आलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां उससे पूछताछ की गई। पुलिस ने बताया कि सूरज ने पूछताछ के दौरान बताया कि विगत डेढ़ वर्ष पूर्व अंशु की उसके भाई पंकज सिंह के साथ विवाद हो गया था। उसी वक्त मैंने ठान लिया था कि मौका मिलते ही अंशु की हत्या करूंगा। हत्या करने में जिन लोगों ने सहयोग किया है, उनका भी नाम बताया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी का का चालान करने के साथ ही उसकी निशानदेही पर अन्य की खोजबीन की जा रही है।