रेणुकूट। स्थानीय नगर और मुर्धवा ग्राम पंचायत में बीते कई माह से हो रही अघोषित बिजली कटौती के विरोध में गुरुवार को नगर में अभूतपूर्व बंदी रही। बंदी के चलते लोग चाय पान के लिए भी तरस गए। कनोड़िया मोड़ से लेकर मुर्धवा तक लगभग चार किलोमीटर के क्षेत्र की दुकानें बंद रहीं। प्रशासन की ओर से केवल आश्वासन पाते पाते ऊब चुके नगरवासियों ने एकजुट होकर इसका विरोध किया।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजय राय व मुर्धवा के क्षेत्र पंचायत सदस्य शिव प्रताप सिंह के नेतृत्व में 15 से 20 लोगों का एक दल गुरुवार को सड़क पर उतर गया। इस क्रम में एक तरफ से सारी दुकानें बंद कर दी गईं। नगर में बीते कुछ माह से बिना किसी पूर्व सूचना के अब तब बिजली काट दी जा रही है। बीते माह शिव प्रताप सिंह द्वारा आमरण अनशन की धमकी दिये जाने पर तत्कालीन उप जिलाधिकारी त्रिलोकी सिंह ने व्यवस्था में जल्द सुधार लाने का वादा किया। पर व्यवस्था सुधारने की बजाय व्यवस्था और अधिक बिगड़ गई।
जबकि नगर से सटे पिपरी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो रेणुकूट व मुर्धवा इलाके में आठ एमवीए का लोड है, जहां पांच एमवीए का ट्रांसफार्मर लगाया हुआ है। गर्मी के चलते लोड बढ़ने के वजह से बार बार बिजली ट्रिप कर जा रही है। बता दें कि पावर हाउस पर बीते कई माह से दस एमवीए का ट्रांसफार्मर आकर रखा हुआ है, जिसे अभी तक लगाया नहीं गया है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अजय राय व बबलू सिंह ने कहा कि प्रशासन हर बार आश्वासन देकर चुप्पी साध लेता है।
कहा कि ऐसे में नगर में बिजली कटौती के विरोध में 20 मई को आमरण अनशन किया जाएगा, जो समस्या के हल होने तक जारी रहेगा। बंदी को देखते हुए नगर में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से एक कंपनी पीएसी का इंतजाम किया गया था।