सोनभद्र। सोनांचल के दुरूह और नक्सल क्षेत्र के दर्जनों गांवों में भूमि पर अवैध कब्जा करने को लेकर वन विभाग और ग्रामीणों के बीच हुए विवाद का मामला गरमाने लगा है। घोरावल तहसील क्षेत्र के शिल्पी गांव के ग्रामीणों ने प्रभागीय वनाधिकारी वन्यजीव वन प्रभाग मीरजापुर और क्षेत्रिय विधायक को प्रार्थना पत्र देकर सामूहिक आत्महत्या करने की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने वन्यजीव एरिया का सीमांकन न होने पर आत्महत्या जैसे कदम उठाने का निर्णय लिया है।
जनपद के कई गांवों में वन्यजीव एरिया के सीमांकन का मामला फंसा हुआ है। सीमांकन न होने से वनकर्मियों और ग्रामीणों के बीच अक्सर विवाद की स्थिति बनी रहती है। विगत दिनों घोरावल विकास खंड के शिल्पी गांव निवासी उमाशंकर, बबुंदर, सियाराम, कृष्णकुमार, हुबलाल समेत अन्य ग्रामीणों ने प्रभागीय वनाधिकारी वन्यजीव वन प्रभाग मीरजापुर और क्षेत्रिय विधायक रमेश दुबे को पत्र देकर आत्महत्या करने की चेतावनी दी है।
ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग द्वारा सही क्षेत्रफल से ज्यादा रकबा रिकार्ड में कब्जा दिखाकर गांव वालों और मवेशियों को प्रताड़ित कर गांव का विकास अवरुद्ध किया जा रहा है। ऐसे में ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए वन्यजीव एरिया का सीमांकन मौके पर राजस्व विभाग, वन विभाग द्वारा संयुक्त से कराया जाय, ताकि ग्रामीणों की समस्याएं दूर हो सके। विधायक ने वन विभाग के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर शीघ्र उनकी समस्याएं दूर कराने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया।