डाला। जेपी सीमेंट फैक्टरी में बने रोपवे (झूला ट्राली) का तार टूटने से सोमवार को तीन दर्जन से अधिक पत्थर लदी ट्रालियां गिर गईं। इनमें एक ट्राली दो झोपड़ियों पर गिरने से एक दंपती जख्मी हो गया। इसको लेकर स्थानीय लोगों और कंपनी के सुरक्षाकर्मियों में जमकर पथराव हुआ। इसमें करीब एक दर्जन लोग जख्मी हो गए। गुस्साए लोगों ने वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर जाम लगा दिया। इस पर विभिन्न थानों की पुलिस के अलावा पीएसी के जवान भी पहुंच गए तथा आंदोलनकारियों को शांत कर जाम समाप्त कराया। तनाव को देखते हुए फैक्टरी का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया गया है।
जेपी सीमेंट फैक्टरी में सीमेंट बनाने के लिए करीब एक किलोमीटर दूर पहाड़ी स्थित खदान से बोल्डर की आपूर्ति होती है। पत्थर को फैक्टरी परिसर तक लाने के लिए रोप वे का निर्माण किया गया है। दर्जनों झूला ट्राली से दिन-रात पत्थर फैक्टरी तक पहुंचते हैं। सोमवार को अपराह्न तीन बजे के करीब अचानक रोप वे का तार टूट गया। इसमें फैक्टरी तक पत्थर लेकर आ रही तीन दर्जन से अधिक ट्रालियां इधर-उधर गिर गईं। एक झूला ट्राली फैक्टरी के समीप ही दलित बस्ती में झोपड़ी पर गिर पड़ी। इससे झोपड़ी में बैठी ललिता (45) और उसका पति विशुनदेव (50) जख्मी हो गया। बस्ती के लोग इसकी शिकायत लेकर कंपनी गेट पर पहुंचे, तो कंपनी के सुरक्षाकर्मियों को लगा कि वे हमला करने आ रहे हैं और वे पत्थर फेंकने लगे।
जवाब में बस्तीवासियों ने भी पत्थर चलाए। सुरक्षाकर्मियों के पत्थर से मदन मोहन उर्फ पिंटू साहनी पुत्र परशुराम बीडीसी, माया देवी पत्नी मेवालाल, अमुना गुप्ता पुत्र राम आधार गुप्ता, भरत पांडेय पुत्र भिखारी पांडेय, सत्येंद्र पुूत्र नाथू, ज्वाला प्रसाद पुत्र स्वर्गीय मिस्त्री लाल, नूरजहां पत्नी बनारसी, लवकुश विश्वकर्मा पुत्र राजकुमार, दिनेश सोनी पुत्र संगम सोनी, भगमनी देवी आदि जख्मी हो गए।
डाला। जेपी सीमेंट फैक्टरी में बने रोपवे (झूला ट्राली) का तार टूटने से सोमवार को तीन दर्जन से अधिक पत्थर लदी ट्रालियां गिर गईं। इनमें एक ट्राली दो झोपड़ियों पर गिरने से एक दंपती जख्मी हो गया। इसको लेकर स्थानीय लोगों और कंपनी के सुरक्षाकर्मियों में जमकर पथराव हुआ। इसमें करीब एक दर्जन लोग जख्मी हो गए। गुस्साए लोगों ने वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर जाम लगा दिया। इस पर विभिन्न थानों की पुलिस के अलावा पीएसी के जवान भी पहुंच गए तथा आंदोलनकारियों को शांत कर जाम समाप्त कराया। तनाव को देखते हुए फैक्टरी का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया गया है।
जेपी सीमेंट फैक्टरी में सीमेंट बनाने के लिए करीब एक किलोमीटर दूर पहाड़ी स्थित खदान से बोल्डर की आपूर्ति होती है। पत्थर को फैक्टरी परिसर तक लाने के लिए रोप वे का निर्माण किया गया है। दर्जनों झूला ट्राली से दिन-रात पत्थर फैक्टरी तक पहुंचते हैं। सोमवार को अपराह्न तीन बजे के करीब अचानक रोप वे का तार टूट गया। इसमें फैक्टरी तक पत्थर लेकर आ रही तीन दर्जन से अधिक ट्रालियां इधर-उधर गिर गईं। एक झूला ट्राली फैक्टरी के समीप ही दलित बस्ती में झोपड़ी पर गिर पड़ी। इससे झोपड़ी में बैठी ललिता (45) और उसका पति विशुनदेव (50) जख्मी हो गया। बस्ती के लोग इसकी शिकायत लेकर कंपनी गेट पर पहुंचे, तो कंपनी के सुरक्षाकर्मियों को लगा कि वे हमला करने आ रहे हैं और वे पत्थर फेंकने लगे।
जवाब में बस्तीवासियों ने भी पत्थर चलाए। सुरक्षाकर्मियों के पत्थर से मदन मोहन उर्फ पिंटू साहनी पुत्र परशुराम बीडीसी, माया देवी पत्नी मेवालाल, अमुना गुप्ता पुत्र राम आधार गुप्ता, भरत पांडेय पुत्र भिखारी पांडेय, सत्येंद्र पुूत्र नाथू, ज्वाला प्रसाद पुत्र स्वर्गीय मिस्त्री लाल, नूरजहां पत्नी बनारसी, लवकुश विश्वकर्मा पुत्र राजकुमार, दिनेश सोनी पुत्र संगम सोनी, भगमनी देवी आदि जख्मी हो गए।