ओबरा। तापीय परियोजना से राख ढुलाई में लगे कई दर्जन हैवी वाहनों के तितर-बितर खड़े होने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। तापीय परियोजना से विसर्जित ऐश को एक निजी सीमेंट बनाने वाली कंपनी को परियोजना द्वारा यह बात नि:शुल्क दिया जा रहा है जो सीमेंट के बनाने में योगदान देता है।
परियोजना से मिलने वाली नि:शुल्क राख की अधिक से अधिक मात्रा की निकासी कराने के लिए कंपनी द्वारा बड़े पैमाने पर हैवी कैप्सूल और बंद बड़ी गाड़ियों का प्रयोग कई सालों से चल रहा है। परियोजना रोड पर गाड़ियों को ड्राइवरों द्वारा इधर-उधर खड़ी किए जाने से ट्रैफिक पर भारी दबाव बढ़ने के साथ साथ दुर्घटना की भी आशंका बनी हुई है। राख निकासी में लगी वाहनों की संख्या पर गौर करें तो प्रतिदिन लगभग 30 से 40 ट्रकें प्रतिदिन झरियानाला गेट के आसपास खड़ी रहकर अपने बारी का इंतजार करती हैं। बताते चलें कि परियोजना की शिफ्ट वाहनों के अलावा अधिकारियों व कर्मचारियों के आने जाने में खासी दिक्कत आ रही है। गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व शिफ्ट बस व हैवी वाहन के बीच बड़ी दुर्घटना होते होते बची थी, जिसको लेकर कामगारों ने भारी विरोध प्रदर्शन करते हुए लगभग तीन घंटे शिफ्ट से बहिष्कार भी कर दिया था। प्रबंधन के बीच बचाव के बाद कर्मचारी अपने रोजमर्रा के ड्यूटी पर चले गए। समय रहते इन वाहनों के खड़े करने पर कारगर कदम नहीं उठाया गया तो कभी भी दुर्घटना से नकारा नहीं जा सकता।