सीतापुर। सुंदरी व कल्लू राम ही नहीं क्षेत्र के कई अन्य राशन कार्ड धारकों को हर माह ऐसी ही समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। बिना आधार कार्ड व निर्वाचन कार्ड के उन्हें राशन मिलना मुश्किल हो रहा है। आधार व निर्वाचन कार्ड की अनिवार्यता लागू होने से कई कोटेदार राशन नहीं दे रहे हैं। हालांकि आपूर्ति विभाग का दावा है कि उनका मकसद कार्डधारकों को परेशान करने के लिए नहीं, बल्कि विभागीय निर्देश के तहत उपभोक्ताओं से मोबाइल नंबर व एड्रेस प्रूफ दस्तावेज लिए जा रहे हैं। ताकि उन्हें एसएमएस कर राशन वितरण जैसी जानकारियां दी जा सकें।
कुछ कार्डधारकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्हें राशन मिलने में दिक्कत हो रही है। जब वह राशन लेने कोटेदार के पास पहुंचते हैं तो उनसे आधार व निर्वाचन कार्ड की फोटोकॉपी मांगी गई और मोबाइल नंबर मांगा गया, लेकिन जब वह आधार व निर्वाचन कार्ड में से एक दस्तावेज नहीं दे पाए तो उन्हें राशन नहीं दिया गया। वहीं रेउसा के एक उपभोक्ता ने बताया कि उसके पास मोबाइल नहीं है। राशन लेने गया तो लौटा दिया गया। उधर कुछ कोटेदारों का कहना है कि विभागीय स्तर से उन्हें एक प्रारूप मिला है। जिसके आधार पर कार्ड धारक से आधार व निर्वाचन कार्ड लेने के साथ ही मोबाइल नंबर आदि भी लेने को कहा गया है। जिलापूर्ति अधिकारी आरके सक्सेना ने बताया कि शासन स्तर से सभी राशन कार्ड धारकों के मोबाइल नंबर, उनके आधार कार्ड व निर्वाचन कार्ड की फोटो प्रति लिए जाने का निर्देश मिला है। यह जानकारियां जल्द से जल्द शासन को देनी है। इसके लिए एक प्रारूप तैयार किया गया है। इसके जरिए कार्ड धारकों से संबंधित जानकारियां ली जा रही हैं। उन्होंने बताया कि आधार व निर्वाचन कार्ड में से सिर्फ एक दस्तावेज की ही छायाप्रति देनी है।
सीतापुर। सुंदरी व कल्लू राम ही नहीं क्षेत्र के कई अन्य राशन कार्ड धारकों को हर माह ऐसी ही समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। बिना आधार कार्ड व निर्वाचन कार्ड के उन्हें राशन मिलना मुश्किल हो रहा है। आधार व निर्वाचन कार्ड की अनिवार्यता लागू होने से कई कोटेदार राशन नहीं दे रहे हैं। हालांकि आपूर्ति विभाग का दावा है कि उनका मकसद कार्डधारकों को परेशान करने के लिए नहीं, बल्कि विभागीय निर्देश के तहत उपभोक्ताओं से मोबाइल नंबर व एड्रेस प्रूफ दस्तावेज लिए जा रहे हैं। ताकि उन्हें एसएमएस कर राशन वितरण जैसी जानकारियां दी जा सकें।
कुछ कार्डधारकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उन्हें राशन मिलने में दिक्कत हो रही है। जब वह राशन लेने कोटेदार के पास पहुंचते हैं तो उनसे आधार व निर्वाचन कार्ड की फोटोकॉपी मांगी गई और मोबाइल नंबर मांगा गया, लेकिन जब वह आधार व निर्वाचन कार्ड में से एक दस्तावेज नहीं दे पाए तो उन्हें राशन नहीं दिया गया। वहीं रेउसा के एक उपभोक्ता ने बताया कि उसके पास मोबाइल नहीं है। राशन लेने गया तो लौटा दिया गया। उधर कुछ कोटेदारों का कहना है कि विभागीय स्तर से उन्हें एक प्रारूप मिला है। जिसके आधार पर कार्ड धारक से आधार व निर्वाचन कार्ड लेने के साथ ही मोबाइल नंबर आदि भी लेने को कहा गया है। जिलापूर्ति अधिकारी आरके सक्सेना ने बताया कि शासन स्तर से सभी राशन कार्ड धारकों के मोबाइल नंबर, उनके आधार कार्ड व निर्वाचन कार्ड की फोटो प्रति लिए जाने का निर्देश मिला है। यह जानकारियां जल्द से जल्द शासन को देनी है। इसके लिए एक प्रारूप तैयार किया गया है। इसके जरिए कार्ड धारकों से संबंधित जानकारियां ली जा रही हैं। उन्होंने बताया कि आधार व निर्वाचन कार्ड में से सिर्फ एक दस्तावेज की ही छायाप्रति देनी है।