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सिद्धार्थनगर। जिला सहकारी बैंकों के चुनाव आज हैं। संचालक के 14 पदों में 10 स्थानों पर मात्र एक-एक पर्चा दाखिल होने, एक आपत्ति के बाद निरस्त होने और एक के नाम वापस होने के बाद 12 लोगों के निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ हो गया है। शेष दो पदों पर दो-दो उम्मीदवारों के उतरने से उन पर मंगलवार को चुनाव होना तय है। चुनाव में जूझने वालों में दो पूर्व प्रशासक भी शामिल हैं।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र इटवा से एकमात्र तुलसीराम ने पर्चा दाखिल किया है। इसी तरह पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित उसका बाजार निर्वाचन क्षेत्र से एकमात्र परशुराम यादव, डुमरियागंज से महिला के लिए आरक्षित सीट पर अनीता देवी, नौगढ़ से सफीउल्लाह अब्बासी, बढ़नी से रामनरेश उपाध्याय, बांसी राम अकबाल सिंह, भनवापुर से शारदा देवी, लोटन से रवींद्र प्रसाद पांडेय, विशेष क्षेत्र से वीरेंद्र प्रसाद पांडेय और वृत्तिक क्षेत्र कृषि से शिवनाथ शर्मा समेत दस पदों पर एक-एक पर्चे दाखिल हुए हैं। इससे इनका निर्विरोध निर्वाचन तय है। इसी तरह अब्दुल मन्नान और शाश्वत सिंह का पर्चा आपत्ति के बाद निरस्त होने और नाम वापसी के बाद से वृत्तिक लेखा निर्वाचन क्षेत्र से अनिल कुमार और वृत्तिक विधि निर्वाचन क्षेत्र से रमापति समेत 12 लोगों के निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ हो गया।
मिठवल निर्वाचन क्षेत्र से संचालक पद के प्रत्याशी जिला सहकारी बैंक के पूर्व प्रशासक अजय सिंह और विपिन ने पर्चा दाखिल किया है। इसी तरह शोहरतगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व प्रशासक सुधीर कुमार शर्मा और श्याम सुंदर ने पर्चा दाखिल कर दिया है। इन स्थानों पर चारों उम्मीदवारों के पर्चे वैध पाए जाने के बाद यहां चुनाव हो रहे हैं। संचालक पद के लिए जूझ रहे सुधीर शर्मा और अजय सिंह दोनों ही पूर्व में प्रशासक रह चुके हैं और वर्तमान में भी इस पद के दावेदार माने जा रहे हैं। मंगलवार को हो रहे दोनों संचालक पद के चुनाव को लेकर सरगर्मी काफी तेज हो गई है। इसके तुरंत बाद बुधवार को ही प्रशासक पद का चुनाव होना है। इस पद पर काबिज होेने के लिए सभी दलों के दिग्गजों के बीच काफी रस्साकशी देखी जा रही है। फिलहाल, सपा की अंदरूनी राजनीति के जानकारों के अनुसार सत्ताधारी पार्टी के भीतर ही इस पद पर काबिज होने के लिए आपस में ही दो गुटों के बीच खींचतान जारी है।
सिद्धार्थनगर। जिला सहकारी बैंकों के चुनाव आज हैं। संचालक के 14 पदों में 10 स्थानों पर मात्र एक-एक पर्चा दाखिल होने, एक आपत्ति के बाद निरस्त होने और एक के नाम वापस होने के बाद 12 लोगों के निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ हो गया है। शेष दो पदों पर दो-दो उम्मीदवारों के उतरने से उन पर मंगलवार को चुनाव होना तय है। चुनाव में जूझने वालों में दो पूर्व प्रशासक भी शामिल हैं।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र इटवा से एकमात्र तुलसीराम ने पर्चा दाखिल किया है। इसी तरह पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित उसका बाजार निर्वाचन क्षेत्र से एकमात्र परशुराम यादव, डुमरियागंज से महिला के लिए आरक्षित सीट पर अनीता देवी, नौगढ़ से सफीउल्लाह अब्बासी, बढ़नी से रामनरेश उपाध्याय, बांसी राम अकबाल सिंह, भनवापुर से शारदा देवी, लोटन से रवींद्र प्रसाद पांडेय, विशेष क्षेत्र से वीरेंद्र प्रसाद पांडेय और वृत्तिक क्षेत्र कृषि से शिवनाथ शर्मा समेत दस पदों पर एक-एक पर्चे दाखिल हुए हैं। इससे इनका निर्विरोध निर्वाचन तय है। इसी तरह अब्दुल मन्नान और शाश्वत सिंह का पर्चा आपत्ति के बाद निरस्त होने और नाम वापसी के बाद से वृत्तिक लेखा निर्वाचन क्षेत्र से अनिल कुमार और वृत्तिक विधि निर्वाचन क्षेत्र से रमापति समेत 12 लोगों के निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ हो गया।
मिठवल निर्वाचन क्षेत्र से संचालक पद के प्रत्याशी जिला सहकारी बैंक के पूर्व प्रशासक अजय सिंह और विपिन ने पर्चा दाखिल किया है। इसी तरह शोहरतगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व प्रशासक सुधीर कुमार शर्मा और श्याम सुंदर ने पर्चा दाखिल कर दिया है। इन स्थानों पर चारों उम्मीदवारों के पर्चे वैध पाए जाने के बाद यहां चुनाव हो रहे हैं। संचालक पद के लिए जूझ रहे सुधीर शर्मा और अजय सिंह दोनों ही पूर्व में प्रशासक रह चुके हैं और वर्तमान में भी इस पद के दावेदार माने जा रहे हैं। मंगलवार को हो रहे दोनों संचालक पद के चुनाव को लेकर सरगर्मी काफी तेज हो गई है। इसके तुरंत बाद बुधवार को ही प्रशासक पद का चुनाव होना है। इस पद पर काबिज होेने के लिए सभी दलों के दिग्गजों के बीच काफी रस्साकशी देखी जा रही है। फिलहाल, सपा की अंदरूनी राजनीति के जानकारों के अनुसार सत्ताधारी पार्टी के भीतर ही इस पद पर काबिज होने के लिए आपस में ही दो गुटों के बीच खींचतान जारी है।