डुमरियागंज। रविवार की सुबह परिवहन निगम की बस की एक बाइक में आमने-सामने की टक्कर हो गई। इसमें बाइक पर पीछे बैठक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। बाइक चालक को भी गंभीर चोटें आईं। उसे बेंवा सीएचसी लाया गया। यहां डॉक्टरोें ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए बस्ती के जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
भवानीगंज थानाक्षेत्र के भड़रिया गंाव का पवन (22) पुत्र शिवशंकर गंाव के ही दोस्त विक्रम वर्मा (18) पुत्र महेश वर्मा को बाइक पर बैठाकर डुमरियागंज की तरफ आ रहा था। अभी दोनों धनखरपुर असाधरपुर गंाव के पास ही पहुंचे थे कि सामने से आ रही परिवहन निगम की बस से आमने-सामने की टक्कर हो गई। इस टक्कर में बाइक पर पीछे बैठे विक्रम की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं बाइक चालक पवन को भी गंभीर चोटें लगीं। उसे वहां मौजूद लोगों ने बेंवा सीएचसी पर पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने हालत नाजुक देख उसे बस्ती जिला अस्पताल रेफर कर दिया। सड़क दुर्घटना की खबर उसके गंाव पहुंचते ही कोहराम मच गया।
इस संबंध में भवानीगंज एसओ जेपी सरोज ने कहा कि घटनास्थल पर पहुंचे विक्रम के परिवार वालों ने किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं की है। लाश का पोस्टमार्टम करवाने के लिए भी तैयार नहीं हुए। इसके बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के बाद लाश को परिवार वालों को सौंप दिया गया है। प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
डुमरियागंज। रविवार की सुबह परिवहन निगम की बस की एक बाइक में आमने-सामने की टक्कर हो गई। इसमें बाइक पर पीछे बैठक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। बाइक चालक को भी गंभीर चोटें आईं। उसे बेंवा सीएचसी लाया गया। यहां डॉक्टरोें ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए बस्ती के जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
भवानीगंज थानाक्षेत्र के भड़रिया गंाव का पवन (22) पुत्र शिवशंकर गंाव के ही दोस्त विक्रम वर्मा (18) पुत्र महेश वर्मा को बाइक पर बैठाकर डुमरियागंज की तरफ आ रहा था। अभी दोनों धनखरपुर असाधरपुर गंाव के पास ही पहुंचे थे कि सामने से आ रही परिवहन निगम की बस से आमने-सामने की टक्कर हो गई। इस टक्कर में बाइक पर पीछे बैठे विक्रम की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं बाइक चालक पवन को भी गंभीर चोटें लगीं। उसे वहां मौजूद लोगों ने बेंवा सीएचसी पर पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने हालत नाजुक देख उसे बस्ती जिला अस्पताल रेफर कर दिया। सड़क दुर्घटना की खबर उसके गंाव पहुंचते ही कोहराम मच गया।
इस संबंध में भवानीगंज एसओ जेपी सरोज ने कहा कि घटनास्थल पर पहुंचे विक्रम के परिवार वालों ने किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं की है। लाश का पोस्टमार्टम करवाने के लिए भी तैयार नहीं हुए। इसके बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के बाद लाश को परिवार वालों को सौंप दिया गया है। प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।