श्रावस्ती। मनरेगा योजना में लापरवाही बरतने वाले 19 ग्राम प्रधानों को सीडीओ ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यदि प्रधान इसका जवाब नहीं देते हैं तो उनका खाता सीज करते हुए कार्रवाई करने को कहा है। यह वह प्रधान हैं जिन्होंने लक्ष्य की तुलना में पचास फीसदी भी ग्रामीण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया। इस कारण मजदूरों में पलायन की स्थिति बन गई।
मनरेगा योजना के तहत गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने का निर्देश हैं। लेकिन 19 ग्राम प्रधानों ने लक्ष्य का पचास फीसदी भी रोजगार उपलब्ध नहीं कराया। इनमें हरिहरपुररानी विकासखंड की ग्राम पंचायत गोठवा शामिल है। यहां वार्षिक मानव दिवस सृजन लक्ष्य 7763 था जिसमें से मात्र 271 मानव दिवस सृजित हो पाए। भंगहा में 7952 के सापेक्ष 30, मटखनवा में 4200 के सापेक्ष 51, मोहम्मदपुर कला में 3900 के सापेक्ष 14, शाहपुर कला में 5200 के सापेक्ष 84 व नौबस्ता 5659 के सापेक्ष 306 मानव दिवस सृजित हो पाया।
जमुनहा विकास क्षेत्र के कलकलवा में 3230 के सापेक्ष 10, बेलरी में 3297 के सापेक्ष 10, कानीबोझी में 3859 के सापेक्ष 378, चौरीकोटिया में 6978 के सापेक्ष 00, त्रिलोकपुर में 4985 कि सापेक्ष 305, बेगमपुर में 6056 के सापेक्ष 346, इकौना विकास क्षेत्र के भोजपुर में 4186 के सापेक्ष 42, शिवाजोत में 3538 के सापेक्ष 79, परशुरामपुर में 5421 के सापेक्ष 60, गोपालपुर में 5100 के सापेक्ष 278, महदेइया में 4517 के सापेक्ष 430, बरईपुर में 3801 के सापेक्ष 70, खरगूपुर में 5764 के सापेक्ष 706 मानव दिवस ही सृजित हुए।
इस संबंध में सीडीओ अवनीश राय बताते हैं कि सभी प्रधानों को नोटिस दी गई है। निर्धारित समय में यदि वह अपना जवाब उपलब्ध नहीं कराते व लक्ष्य की पूर्ति नहीं करते तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।