शामली सीएचसी में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं का मेडिकल चेकअप करते चिकित्सक।
- फोटो : SHAMLI
शामली। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बनत में बुखार पीड़ित चार छात्राओं में खसरा रोग की जांच के लिए डब्ल्यूएचओ की टीम ने रक्त और नोजल के नमूने लिए गए। नमूनों को जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय बनत की कक्षा छह और सात की चार छात्राओं नीशू, आसमा, आरती और सपना को बुखार होने पर सोमवार को सीएचसी शामली लाया गया था। जांच में उन्हें बुखार के साथ त्वचा पर लाल रंग के छोटे-छोटे दाने दिखाई दिए थे। 12 से 16 साल की इन छात्राओं में खसरे जैसे लक्षण मिलने पर स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची है। मंगलवार को चारों छात्राओं की सीएचसी पर फिर जांच की गई। चिकित्सकों के मुताबिक छात्राओं का बुखार तो ठीक हो गया, लेकिन त्वचा पर अभी भी दाने बने हुए हैं। इस उम्र में खसरा होने की संभावना बहुत कम है। इसकी जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने छात्राओं के रक्त नमूने लेकर जांच कराने का निर्णय लिया था। बुधवार को सीएचसी पर डब्ल्यूएचओ की टीम और सीएचसी के चिकित्सकों ने चारों छात्राओं के नोजल (नाक) और सीरम (रक्त) के नमूने लिए गए। फील्ड मोनिटर नीरज कुमार ने बताया कि खसरे की जांच के लिए नमूनों को लिया गया है। इन्हें जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजा जाएगा। इनकी रिपोर्ट आने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगता है।
छात्राओं को स्वस्थ रहने के टिप्स दिए
शामली। बुधवार शाम को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में स्वास्थ्य टीम ने पहुंचकर छात्राओं को स्वास्थ्य शिक्षा दी और उन्हें स्वस्थ रहने के टिप्स दिए। एसीएमओ डॉ. राजकुमार सागर ने छात्राओं को समय पर टीकाकरण कराने, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने, बाल और नाखून को साफ रखने, खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोने, कपड़े प्रेस करके पहनने, रोजाना स्नान करने, बिस्तर के कपड़ों को समय-समय पर धूप लगाने और समय पर खानपान करने आदि जानकारी दी। डॉ. शाइस्ता ने भी छात्राओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी।
शामली सीएचसी में मैडिकल चैकप कराने के लिये बैठी कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राऐ- फोटो : SHAMLI
शामली। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बनत में बुखार पीड़ित चार छात्राओं में खसरा रोग की जांच के लिए डब्ल्यूएचओ की टीम ने रक्त और नोजल के नमूने लिए गए। नमूनों को जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय बनत की कक्षा छह और सात की चार छात्राओं नीशू, आसमा, आरती और सपना को बुखार होने पर सोमवार को सीएचसी शामली लाया गया था। जांच में उन्हें बुखार के साथ त्वचा पर लाल रंग के छोटे-छोटे दाने दिखाई दिए थे। 12 से 16 साल की इन छात्राओं में खसरे जैसे लक्षण मिलने पर स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची है। मंगलवार को चारों छात्राओं की सीएचसी पर फिर जांच की गई। चिकित्सकों के मुताबिक छात्राओं का बुखार तो ठीक हो गया, लेकिन त्वचा पर अभी भी दाने बने हुए हैं। इस उम्र में खसरा होने की संभावना बहुत कम है। इसकी जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने छात्राओं के रक्त नमूने लेकर जांच कराने का निर्णय लिया था। बुधवार को सीएचसी पर डब्ल्यूएचओ की टीम और सीएचसी के चिकित्सकों ने चारों छात्राओं के नोजल (नाक) और सीरम (रक्त) के नमूने लिए गए। फील्ड मोनिटर नीरज कुमार ने बताया कि खसरे की जांच के लिए नमूनों को लिया गया है। इन्हें जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजा जाएगा। इनकी रिपोर्ट आने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगता है।
छात्राओं को स्वस्थ रहने के टिप्स दिए
शामली। बुधवार शाम को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में स्वास्थ्य टीम ने पहुंचकर छात्राओं को स्वास्थ्य शिक्षा दी और उन्हें स्वस्थ रहने के टिप्स दिए। एसीएमओ डॉ. राजकुमार सागर ने छात्राओं को समय पर टीकाकरण कराने, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने, बाल और नाखून को साफ रखने, खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोने, कपड़े प्रेस करके पहनने, रोजाना स्नान करने, बिस्तर के कपड़ों को समय-समय पर धूप लगाने और समय पर खानपान करने आदि जानकारी दी। डॉ. शाइस्ता ने भी छात्राओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी।
शामली सीएचसी में मैडिकल चैकप कराने के लिये बैठी कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राऐ- फोटो : SHAMLI